पहले दिन पर्यटन मंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए अल्फोंज ने एक घंटा किया इंतजार

भारत के केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अल्फोंज कन्नथनम ने रविवार (तीन सितंबर) को मंत्री पद की शपथ ली थी। अल्फोंज जब सोमवार (चार सितंबर) को दिल्ली स्थित मंत्रालय के दफ्तर पहुंचे तो उन्हें एक घंटा इंतजार करना पड़ा। पूर्व नौकरशाह अल्फोंज तब तक अपनी कुर्सी पर नहीं बैठे जब तक कि पूर्व पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने मंत्रालय पहुंचकर उन्हें मंत्रालय का कार्यभार नहीं सौंप दिया। अल्फोंज ने इस मौके पर शर्मा को अपना पुराना दोस्त बताया। अल्फोंज ने पद ग्रहण करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “न्यू इंडिया” के निर्माण में “बड़ी भूमिका” निभाएगा।

अल्फोंज पहली बार राष्ट्रीय सुर्खियों में तब आए थे जब 1988 में केरल के कोट्टयम का जिलाधिकार रहते हुए उन्हें इसे देश का पहला 100 प्रतिशत साक्षर जिला बना दिया था। उन्होंने अपना राजनीतिक करियर 2006 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के टिकट पर विधायक का चुनाव जीत कर किया था। साल 2011 में वो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए। वो बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। अल्फोंस ने एनडीटीवी को कहा, “यह पूरी तरह गलत है। केरल गोमांस(बीफ) खाने वाला राज्य है। यहां लगातार गोमांस खाया जाएगा। भाजपा को इससे समस्या नहीं है।” संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री के तौर पर अपना कार्यभार संभाला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली सरकार में शामिल किए गए सभी नए मंत्रियों ने सोमवार (चार सिंतबर) को अपना कार्यभार संभल लिया, और सभी ने 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कीं। अल्फोंज के अलावा पीयूष गोयल, उमा भारती, राज्यवर्धन सिंह राठौर, संतोष कुमार गंगवार, गिरिराज सिह, महेश शर्मा, सुदर्शन भगत, अनंत कुमार हेगड़े, वीरेंद्र कुमार, सत्यपाल सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, गजेंद्र सिंह और कृष्णा राज को नई जिम्मेदारी दी गई है।

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान को पदोन्नत कर कौशल विकास मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं पूर्व राजनयिक हरदीप सिंह पुरी को आवास एवं शहरी मामलों का राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। पुरी ने कहा कि वह 2022 तक सबके पास घर होने का लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा, “हमारे पास फिलहाल दो लक्ष्य हैं। कुछ को 2019 में पूरा करना है और कुछ को 2022 में पूरा करना है।”

धर्मेद्र प्रधान ने पत्रकारों से कहा,”उनका दायित्व भारत के कौशल मिशन को आगे ले जाना है और वह प्रधानमंत्री की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।” वहीं कौशल विकास राज्य मंत्री अनंतकुमार हेगड़े ने कार्यभार संभालने के बाद कहा कि वह कौशल इकोसिस्टम के लिए समुचित कार्ययोजना तैयार करेंगे। केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद केरल के. जे. अल्फोंस ने कहा कि भाजपा का किसी भी राज्य में खाद्य आपातकाल या खाद्य आचार संहिता लाने की योजना नहीं है।  मंत्रिमंडल में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) बनाए गए गिरिराज सिंह ने कहा कि वह इस मंत्रालय के अंतर्गत रोजगार बढ़ाने के उपाय करेंगे।

नए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले तीन वर्षो में रेलवे में काफी निवेश किया गया है और निश्चित ही कुछ दिनों बाद इससे रेलवे में विकास होगा। गंगा पुनर्जीवन विभाग से हटाए जाने के बाद अब केवल पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने भी सोमवार को नए ऑफिस में अपना कार्यभार संभाल लिया।

संतोष कुमार गंगवार ने श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर कार्यभार संभाला। राज्यवर्धन सिंह राठौर को खेल राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वह इस पद को ग्रहण करने वाले पहले ओलंपियन हैं। विरेंद्र कुमार ने अल्पख्ंयक राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) का पदभार संभाला, वहीं सत्यपाल सिंह ने मानव संसाधन राज्य मंत्री और पेयजल एवं स्वच्छता, नदी विकास एवं गंगा पुनर्जीवन राज्य मंत्री का पदभार संभाला। सुदर्शन भगत ने जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री, गजेंद्र सिह एवं कृष्ण राज ने कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री के तौर पर अपना पदभार संभाला। अर्जुन राम मेघवाल ने नदी विकास एवं गंगा पुनर्जीवन राज्य मंत्री का पदभार संभाला।

 

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