पाकिस्तान का दावा- भारत ने इस साल 1300 से अधिक बार किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तान ने शुक्रवार को दावा किया कि भारत ने इस साल नियंत्रण रेखा पर 1,300 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जिनमें उसके 52 नागरिक मारे गए। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान ने भारत के आक्रामक व्यवहार के बारे में बार-बार चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा, ‘‘2017 में भारत की ओर से 1,300 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया जिनमें 52 लोगों की मौत हुई और 175 लोग घायल हो गए। हमने लगातार इस बात पर जोर दिया है कि भारत की आक्रमकता क्षेत्रीय शांति एवं सौहार्द के लिए खतरा है।’’
प्रवक्ता ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर शांति और सौहार्द सुनिश्चित के क्रम में भारत एवं पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) का अधिकार महत्वपूर्ण है। भारत का कहना है कि यूएनएमओजीआईपी अपनी उपयोगिता खो चुका है और शिमला समझौते एवं नियंत्रण रेखा की स्थापना के बाद यह अप्रासंगिक हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी करके भारत कश्मीरियों के खिलाफ भारतीय अत्याचारों अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।
वहीं, भारतीय केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इस साल अक्तूबर तक अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा के पास 724 बार संघर्षविराम उल्लंघन किया है, जबकि वर्ष 2016 में यह संख्या 449 थी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अक्तूबर तक सीमा पार से हुई गोलीबारी में कम से कम 12 स्थानीय नागरिक मारे गए व 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। इसके अनुसार, सीमा पार से हुई गोलीबारी में कुल 79 स्थानीय नागरिक और 67 सुरक्षाकर्मी घायल हुए। अंतरराष्ट्रीय सीमा, नियंत्रण रेखा और जम्मू कश्मीर में वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (एजीपीएल) के पास भारत व पाकिस्तान के बीच युद्धविराम नवंबर 2003 में अमल में लाया गया था।