पाकिस्तान रुपये-रुपये का मोहताज हुआ, चीन दे रहा 2.1 बिलियन डॉलर का कर्ज
इस्लामाबाद: नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को सदाबहार दोस्त चीन से सोमवार तक दो अरब डॉलर का कर्ज मिल जाएगा. पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने इसकी घोषणा की है. पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ के अनुसार, मंत्रालय के सलाहकार एवं प्रवक्ता खक्कान नजीब खान ने कहा कि चीन से मिलने वाले 2.1 अरब डॉलर के कर्ज के लिये सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी हैं. उन्होंने कहा कि राशि 25 मार्च तक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के खाते में जमा हो जाएगी.
प्रवक्ता ने कहा कि इस कर्ज से विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होगा और भुगतान के स्थायित्व का संतुलन सुनिश्चित होगा. इससे पहले पाकिस्तान को मदद के तौर पर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से भी एक-एक अरब डॉलर मिल चुके हैं.
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 8.12 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है. वर्ल्ड बैंक और इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के सुझाये मिनिमम स्तर से यह नीचे पहुंच चुका है. इस रकम से पाकिस्तान केवल 50 दिन तक चल पाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी कम रकम से अधिकतम 7 सप्ताह का आयात किया जा सकता है. इस मदद के बाद पाकिस्तान पर चीन का कर्ज बढ़कर 4 अरब डॉलर के पार चला जाएगा.
पाकिस्तान की आर्थिक हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. सरकारी खजाना खाली हो चुका है और सरकार पर अरबों डॉलर का कर्ज हो चुका है. हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इमरान खान सरकार ने पिछले दिनों उन सरकारी संपत्तियों को बेचने का फैसला किया, जिनका अभी तक इस्तेमाल नहीं हो रहा है. पाकिस्तान पर करीब 27 ट्रिलियन (1 ट्रिलियन = 1000 अरब) पाकिस्तानी रुपये का कर्ज है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस कर्ज को चुकाने के लिए पाकिस्तान को करीब 45000 सरकारी प्रॉपर्टी को बेचना पड़ेगा. इन प्रॉपर्टी को अगले 6 महीने के भीतर बेचने की योजना है.