पाकिस्तानी सेना की हरकतों पर भड़के पंजाब के सीएम, बोले- हमारा 1 जवान मरे तो उनके 10 जरूर मरने चाहिए
बॉर्डर पर घुसपैठ और संघर्षविराम उल्लंघन की बढ़ती वारदातों पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। गुरुवार (18 जनवरी, 2017) को उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को पड़ोसी देश को मजबूत जवाब देना चाहिेए। एएनआई से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर हमारा एक जवान मरता है तो उनके दस जरूर मरने चाहिए।’ सीएम अमरिंदर सिंह की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब जम्मू एवं कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से बुधवार (17 जनवरी, 2017) रात की गई गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया और एक लड़की की भी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया, ‘बीएसएफ के हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार और 14 वर्षीय सबिती गोलाबारी में घायल हो गए और इन्होंने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया।’ बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया, ‘आर एस पुरा सेक्टर में सीमा पर चौकियों और असैन्य इलाकों में रात नौ बजे गोलाबारी शुरू हुई थी। पाकिस्तान की ओर से दागे गए गोले अरनिया क्षेत्र में गिरे और कई गांव भी इससे प्रभावित हुए।’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान की ओर से लगातार किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों से अत्यंत सतर्क रहने को कहा है।’
बहरहाल, गांव वालों को अभी तक उनके स्थान से हटाया नहीं गया है। इस बीच पाकिस्तान के सैनिकों ने जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थित भारतीय चौकियों पर भी गोलीबारी की जिसमें सेना का एक कैप्टन घायल हो गया। सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने संघर्षविराम का उल्लंघन किया। उन्होंने गत शाम पुंछ के चाकन दा बाग इलाके में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की। अधिकारी ने आगे बताया कि सेना के कैप्टन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और देर रात तक दोनों तरफ से गोलीबारी जारी रही।