पाकिस्तान के वित्त मंत्री भी भ्रष्टाचार के मामले में फंसे, अदालत ने तय किये आरोप
भ्रष्टाचार-निरोधी अदालत ने पनामा पेपर्स कांड की सुनवायी के दौरान आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के मामले में पाकिस्तान के वित्त मंत्री इसहाक डार पर बुधवार को भ्रष्टाचार के आरोप तय किये। हालांकि मंत्री ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए उन्हें बेबुनियाद बताया है। भ्रष्टाचार-निरोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने आठ सितंबर को डार के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति रखने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था। गौरतलब है कि 28 जुलाई को पनामा पेपर्स कांड में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद यह मुकदमा दर्ज किया गया था। शीर्ष अदालत ने नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराते हुए उनके तथा उनके बच्चों मरियम, हुसैन और हसन तथा दामाद मुहम्मद सफदर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा चलाने का आदेश दिया था।
डार जब आज सुनवायी के लिए पहुंचे तो जवाबदेही अदालत के बाहर अफरा-तफरी का माहौल था। पत्रकारों को अदालत कक्ष के भीतर जाने की अनुमति नहीं थी। वित्त मंत्री को भी अदालत कक्ष के भीतर जाने से पहले कम से कम 20 मिनट के लिए बाहर इंतजार करना पड़ा। मंत्री ने जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर द्वारा पढ़े गये आरोपों को स्वीकार करने से मना कर दिया और कहा कि उनकी संपत्ति उनकी आय के अनुरूप ही है और सुनवायी के दौरान वह इसे सबूतों की मदद से साबित कर देंगे।
अदालत ने एनएबी को सबूत पेश करने का आदेश दिया और एनएबी के अभियोजक ने अपने आरोपों के समर्थन में पेश करने लिए गवाहों की सूची दी है। डार ने अदालत से अनुरोध किया कि वह सुनवायी के दौरान उन्हें व्यक्तिगत पेशी से भी छूट दे। अदालत ने कहा कि वह इस पर बाद में फैसला करेगी। अदालत ने इस मामले की सुनवायी रोजमर्रा के आधार पर करने की घोषणा पहले ही कर दी है।
इस्लामाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ चौधरी ने कहा कि अभियोजन पक्ष के सबूत महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि अदालत उसी के आधार पर मुकदमा तय करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘सबूतों को परखा जाएगा और बचाव पक्ष के वकीलों को आरोपों तथा सबूतों को खारिज करने का मौका दिया जाएगा।’’ पंजाब के कानून मंत्री और पीएनएल-एन के मुखर सदस्य राणा सनाउल्ला ने डार पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि डार पर तय आरोप किसी मजाक से ज्यादा नहीं हैं।