पालघर की शर्मनाक हार के लिए चिंता में है कांग्रेस पार्टी, खराब चुनावी रणनीति को जिम्मेदार ठहराया
महाराष्ट्र में पालघर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए पार्टी के नेताओं ने असरदार रणनीति की कमी को मुख्य वजह माना है। काग्रेस के नेताओं ने कहा कि जनजाति बहुल निर्वाचन क्षेत्र में शर्मनाक हार पर पार्टी चिंतित है और स्थिति ठीक करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उपचुनाव के परिणाम की कल घोषणा हुई थी। कांग्रेस के उम्मीदवार दामोदर शिंगडा को 28 मई को हुए उपचुनाव में 47717 मत मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई। इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार राजेंद्र गवित की जीत हुई।
किसी उम्मीदवार की जमानत राशि तभी बचती है जब उसे डाले गये मतों में से न्यूनतम छह प्रतिशत मिलते हैं।
कांग्रेस के पूर्व नेता गवित उपचुनाव के कुछ दिन पहले भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा के सांसद चिंतामण वनगा के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया, ‘‘उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की पूर्व संध्या पर वह पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए और अपने साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी ले गए। पार्टी पालघर में बंट गई।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव राजन भोसले ने पीटीआई-भाषा से कहा कि पार्टी स्थानीय संगठन बहुजन विकास अगाधी (बीवीए) से बातचीत कर रही थी लेकिन चीजें काम नहीं कर पायी। भोसले ने स्वीकार किया, ‘‘हम ढंग से रणनीति बनाने और असरदार चुनाव प्रबंधन योजना बनाने में नाकाम रहे। पार्टी बहुत ंिचतित है और स्थिति ठीक करने के लिए कदम उठाएगी।’’