पितृदोष, वास्तुदोष और गृहदोष से मुक्ति दिलाता है कपूर, ऐसे करें प्रयोग
हिंदू धर्म में ग्रहों से जुड़े तमाम दोष बताए गए हैं। इनमें से प्रमुख हैं पितृदोष, वास्तुदोष और गृहदोष। ऐसी मान्यता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में इस तरह के दोष होते हैं, उन्हें अपने जीवन में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग अपने कार्यों में सफल नहीं होते। उन्हें बार-बार असफलता का मुख देखना पड़ता है। व्यवसाय में गिरावट आती है और धनहानि का सामना करना पड़ता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इनसे निजात पाने के भी कई तरीके बताए गए हैं। इन्हीं में से एक है कपूर का प्रयोग। कहते हैं कि एक कपूर पितृदोष, वास्तुदोष और गृहदोष से मुक्ति दिलाने की क्षमता रखता है। आइए जानते हैं कि कपूर के किस ढंग के प्रयोग से इन दोषों से छुटकारा पाया जा सकता है।
रात में सोते समय कमरे में कपूर जलाना काफी लाभकारी माना गया है। ऐसा करने में व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर होता है और उसे वास्तुदोष से मुक्ति मिलती है। वास्तुदोष से मुक्ति पाने के लिए पानी में कपूर डालकर घर में पोछा लगाना चाहिए। इससे परिवार में सुख-शांति आती है और लोगों का स्वास्थ्य बेहतर होता है। कपूर को दान करने को भी काफी लाभकारी बताया गया है। कहते हैं कि कपूर दान करने से व्यक्ति के घर में आर्थिक सम्पन्नता आती है। व्यक्ति के व्यवसाय क्षेत्र में विस्तार होता है।
पितृदोष से छुटकारा दिलाने में भी कपूर काफी काम आता है। इसके लिए आपको शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी मंदिर में कपूर का दान करना चाहिए। इसके साथ ही पूजा-पाठ और आरती का प्रेम पूर्वक हिस्सा बनना चाहिए। गृहदोष से मुक्ति पाने के लिए घर के किचन में एक चांदी के बर्तन में लौंग के साथ कपूर जलाना चाहिए। इस दौरान इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किचन साफ-सुथरा हो और दरवाजा खुला हो। कपूर के जलकर समाप्त हो जाने के बाद ही सोने के लिए जाना चाहिए।