पीएम ने गरीब से पूछा- बैंक का पैसा लौटा रहे हो? फिर बोले- बड़े लोग लोन लेकर भाग जाते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के लाभार्थियों से बात की और इस योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी देश के कई हिस्सों में इस योजना का लाभ लेने वाले लोगों से जुड़े, उनसे बातचीत की और उनका अनुभव जाना। उन्होंने लोगों को संबोधित किया और बाद में कुछ लोगों से बात भी की। मोदी ने नासिक के कुछ लाभार्थियों से बातचीत करते हुए मजाकिया अंदाज में सवाल किया कि क्या वे समय पर बैंक को लोन लौटा रहे हैं या नहीं?
इस सवाल के जवाब मे हरिभाई नाम के व्यक्ति ने ‘हां’ कहा। हरिभाई का जवाब सुनने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गरीब लोग कभी भागते नहीं हैं, वह बैंक का पैसा लौटाते हैं, बड़े लोग लोन लेकर भाग जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘लोगों को पता होना चाहिए… बड़े लोग तो उठाकर भागते हैं, लेकिन गरीब आदमी कभी भागता नहीं है। ये बहुत खुशी की बात है, हमारे देश की ताकत हमारे देश का गरीब है।’
इसके अलावा पीएम मोदी ने योजना के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस योजना ने साहूकारों और बिचौलिए के दुष्चक्र को तोड़ दिया है जो उद्यमियों के सपनों को अपने नियंत्रण में रखते थे। नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए मुद्रा योजना के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान मोदी ने कहा, ” मुद्रा योजना ने साहूकारों और बिचौलिए के दुष्चक्र से राहत देकर उद्यमियों के हितों की सुरक्षा की है।”
उन्होंने कहा, “इस दुष्चक्र को तोड़ना जरूरी था और किसी को ऐसा करना चाहिए था। हमने ऐसा किया, हमने इसे तोड़ दिया।” प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना युवाओं, महिलाओं और व्यापार करने की इच्छा रखने वाले लोगों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि उनके पूर्ववर्तियों ने इसे शुरू करने की योजना नहीं बनाई क्योंकि उन लोगों ने वोट बैंक की राजनीति पर जोर दिया। मोदी ने कहा, “हमने उन लोगों के लिए एक उत्पाद तैयार किया जो कुछ करना चाहते थे।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले लोगों को जान-पहचान या पहुंच नहीं होने के चलते ऋण नहीं मिल पाता था और उन्हें या तो इंतजार करना पड़ता था या रोजगार की तलाश में बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। मोदी ने कहा, “मुद्रा योजना ने युवाओं, महिलाओं और जो अपना व्यापार शुरू करना चाहते या उस का विस्तार करना चाहते हैं, उनके लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। मुद्रा योजना से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।”