पीएम मोदी की कैबिनेट में जेडीयू को जगह ना मिलने पर पहली बार बोले सीएम नीतीश कुमार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट फेरबदल और विस्तार में सिर्फ भाजपा नेताओं को जगह दिए जाने पर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। सीएम नीतीश ने आज (4 सितंबर) कहा कि कैबिनेट फेरबदल में जेडीयू नेताओं को शामिल किया जाए ऐसी कोई पूर्व योजना नहीं थी। करीब दो सप्ताह पहले महागठबंधन छोड़ एनडीए में शामिल हुई जेडीयू को लेकर मीडिया में लगातार कहा जाता रहा है कि पीएम मोदी नीतीश खेमे के कम से कम दो नेताओं को अपनी कैबिनेट में शामिल कर सकते हैं। हालांकि रविवार को ऐसा कुछ नहीं हुआ। सिर्फ 9 नए लोगों ने मंत्रिपद की शपथ ली, जो भाजपा से जुड़े थे। करीबी सूत्रों की मानें तो कहा गया था कि कैबिनेट फेरबदल में पीएम मोदी द्वारा फोन ना किए जाने से सीएम नीतीश काफी परेशान थे। इसपर सीएम नीतीश ने कहा, ‘अगर आप (मीडिया) इसे सच सोचते हैं तो ये झूठ है। क्योंकि पीएम मोदी से कैबिनेट फेरबदल को लेकर कोई बात नहीं हुई। हमारे काम करने का तरीका पारदर्शी है।’ गौरतलब है कि इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने उन सभी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उनकी जेडीयू के केंद्र में शामिल होने की बात कही गई थी।
दूसरी तरफ जेडीयू के किसी भी नेता को केंद्र में जगह ना दिए जाने पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कैबिनेट फेरबदल में नीतीश कुमार को न्योता तक नहीं दिया। जो अपने लोगों को छोड़कर जाता है उसकी कहीं कद्र नहीं होती। वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की कैबिनेट फेरबदल पर निशाना साधा है। जबकि विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि सरकार की छवि पहले से ही खराब हो चुकी है। कुछ भी करने से छवि सुधारना मुमकिन नहीं है। शिवसेना ने भी कैबिनेट फेरबदल पर निशाना साधा है। पार्टी ने इसे सिर्फ भाजपा का कैबिनेट विस्तार बताया है। पार्टी के मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में भाजपा से तीन साल बाद भी अच्छे दिन ना आने पर सवाल पूछे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस साल जुलाई में नीतीश कुमार ने कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू महागठबंधन तोड़ भाजपा के समर्थन से सूबे में नई सरकार बनाई थी। जबकि बीते महीने पार्टी आधिकारिक रूप सें एनडीए गठबंधन में शामिल हो गई। खबरों की मानें तो इस दौरान सीएम नीतीश केंद्र में दो मंत्री चाहते थे। जिसमें एक केंद्रीय मंत्री हो। जेडीयू के वर्तमान में दो लोकसभा और दस राज्यसभा सांसद है।