पीजे कुरियन को दोबारा नामित करने के खिलाफ कांग्रेस विधायक, कहा- ओल्ड एज होम नहीं है राज्यसभा
कांग्रेस जहां एक ओर पीजे कुरियन को दोबारा राज्यसभा भेजने की तैयारी कर रही है तो वहीं पार्टी के ही कुछ नेताओं और विधायकों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। राज्यसभा के उपसभापति कुरियन को फिर से उच्च सदन भेजने की पार्टी की योजना का केरल यूथ कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा विरोध किया गया है। फेसबुक पर कांग्रेस के एक विधायक ने पार्टी के इस फैसले का विरोध करते हुए लिखा है कि ‘राज्यसभा कोई ओल्ड एज होम नहीं है।’ वहीं एक अन्य नेता का कहना है कि इस तरह के नेता पार्टी के लिए अभिशाप हैं।
अभी तक करीब चार विधायकों द्वारा इस बात की अपील की जा चुकी है कि अब युवा नेता को राज्यसभा में जाने का मौका मिलना चाहिए। बता दें कि 77 वर्षीय कुरियन 1 जुलाई को राज्यसभा का दूसरा कार्यकाल समाप्त करने जा रहे हैं। इसके अलावा वह छह बार लोकसभा के सदस्य भी रहे हैं।
स्क्रॉल डॉट इन के मुताबिक केरल के त्रिथाला से कांग्रेस के विधायक वीटी बलराम ने सोशल मीडिया पर लिखा है, ‘यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है, विशेषकर कांग्रेस के लिए यह सही नहीं है कि कुछ निश्चित लोग ही संसदीय पदों पर रहें, जैसे कि यह उनका एकाधिकार हो।’ बलराम का कहना है कि राज्य में पार्टी के नेतृत्व में पूरी तरह से बदलाव लाने की जरूरत है। कांग्रेस विधायक की तरफ से राज्यसभा में किसी नए चेहरे को भेजे जाने की मांग की गई है। त्रिथाला विधायक ने आगे लिखा, ‘केंद्रीय मंत्री के तौर पर उनके काम और राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर किए गए उनके काम के लिए कुरियन को हमेशा याद रखा जाएगा।’ पलक्कड़ विधायक सैफी पराम्बिल ने भी नए नेताओं को मौका दिए जाने की मांग की है।
एर्नाकुलम से विधायक हिबी इडन ने कहा कि फासिज्म से लड़ने के लिए पार्टी को बहुत मजबूत आवाज की जरूरत है। उन्होंने लिखा की राज्यसभा नेताओं के लिए वृद्धावस्था घर नहीं है। अंगमाली विधायक रोजी एम जॉन ने फेसबुक पर लिखा कि कुरियन जैसे वरिष्ठ नेताओं को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान को याद रखना चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी के पदों को युवाओं के लिए खाली करना चाहिए।