पीलीभीत एनकाउंटर: होटल से निकलने के बाद इस राज्य में गए थे तीन आतंकी; धार्मिक स्थल पर पहुंचे; इसलिए आए वापस

21 दिसंबर की रात 9:40 बजे होटल से निकलने और मुठभेड़ के बीच 30 घंटे के समय में तीनों खालिस्तानी आतंकी जिले की सीमा पार कर उत्तराखंड के उधम सिंह नगर गए थे। चर्चा है कि आतंकी यहां के किसी धार्मिक स्थल पर पहुंचे। ठहरने का सुरक्षित प्रबंध न होने पर वापस पूरनपुर आ गए। पुलिस और एजेंसियों की जांच-पड़ताल में भी यही बात निकलकर आई है। पुलिस को यह भी शक है कि तीन आतंकी कई अन्य जगहों पर भी गए। पुलिस तह तक पहुंचने के लिए हर बिंदुओं पर जोर दे रही है।

पंजाब के गुरदासपुर जिले के कलानौर थाने की बख्शीवाल पुलिस चौकी पर 18 दिसंबर को ग्रेनेड फेंक कर तीनों खालिस्तानी आतंकी 20 तारीख की देर शाम पीलीभीत के पूरनपुर पहुंचे थे। स्थानीय मददगारों के जरिये रात करीब आठ बजे तीनों आतंकी नगर के हरजी होटल में ठहरे। करीब 25 घंटे रुकने के बाद आतंकी 21 दिसंबर की रात करीब 9.40 बजे होटल से निकल गए थे। इसके बाद मुठभेड़ होने तक करीब 30 घंटे तक आतंकी बाहर रहे थे।

धार्मिक स्थल पर पहुंचे थे तीनों आतंकी
इस अवधि में तीनों आतंकी कहां रहे? उनकी क्या गतिविधियां रहीं? इस पर लगातार सवाल बने हुए हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस दिशा में भी जांच-पड़ताल कर रही हैं। आम चर्चाएं भी जोरों पर हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस और एजेंसियों की जांच में सामने आया कि होटल से निकलने के बाद तीनों आतंकी उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर के एक धार्मिक स्थल पर पहुंचे थे।

यूपी पुलिस के मुठभेड़ में मार गिराया
यहां उन्होंने शरण लेने के लिए सुरक्षित स्थान तलाशा। व्यवस्था न होने पर वह फिर पूरनपुर क्षेत्र में पहुंच गए। तीनों आतंकी किसी दूसरे होटल या अन्य जगह छिपते, उससे पहले ही लोकेशन ट्रेस कर पंजाब पुलिस जिले में पहुंची। यूपी पुलिस के साथ मिलकर तीनों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। 

इंग्लैंड में बैठे सिद्धू ने दिखाया पूरनपुर का रास्ता
पुलिस का मानना है कि इंग्लैंड में बैठे आतंकियों के मददगार सिद्धू ही ने उन्हें पूरनपुर पहुंचने और यहां से दूसरे देशों में भेजने का भरोसा दिया होगा। सिद्धू खुद भी करीब डेढ़ वर्ष तक पूरनपुर और गजरौला जप्ती में रहा था। यहां फर्जी वीजा-पासपोर्ट में भी उसकी भूमिका रही थी। यही वजह है कि आतंकियों को होटल में कमरा दिलाने को सिद्धू ने ही इंग्लैंड से फर्जी आधार भेजे थे। पुलिस और जांच एजेंसियां जांच में जुटी हैं। आतंकियों की किस देश में जाने का योजना थी, यह भी जांच में शामिल है।

बब्बर खालसा में जुड़ा आंतकियों का मददगार सिद्धू है 10 लाख रुपये का इनामी
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों का मददगार इंग्लैंड में बैठा कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़ा आतंकी है। वह पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल में विहिप नेता विकास बग्गा की हत्या की साजिश में एनआईए की ओर से 10 लाख रुपये का इनामी है। सिद्धू ने ही आतंकियों को पूरनपुर के होटल में कमरा दिलाने के लिए गजरौला जप्ती निवासी जसपाल उर्फ सनी को इंग्लैंड से फोन किया था।

पुलिस पूछताछ में जसपाल ने सिद्धू के बारे में अहम जानकारियां दी हैं। जसपाल को पूरनपुर के हरजी होटल से मिले सीसीटीवी फुटेज से पहचानकर बुधवार रात हिरासत में लिया गया था। एनआईए-एटीएस व पुलिस अब सिद्धू का पूरनपुर कनेक्शन खंगाल रही है। पता किया जा रहा है कि 23 दिसंबर की सुबह मारे गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के आतंकियों प्रताप सिंह उर्फ जसनप्रीत, गुरविंदर सिंह व वरिंदर सिंह से उसका क्या रिश्ता था। मारे गए आतंकियों पास से दो मॉडिफाइड एके-47, दो ग्लॉक पिस्टल व अन्य सामान बरामद हुए थे। सिद्धू की तलाश में कुछ माह पूर्व हरियाणा पुलिस भी पूरनपुर आई थी।