पुलवामा हमले का सोमालिया कनेक्शन आया सामने
नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में अब तक सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हुए हैं. वहीं इस हमले का अफ्रीकी देश सोमालिया से कनेक्शन भी सामने आया. जम्मू और कश्मीर पुलिस ने दो दिन पहले एक निजी ट्वीटर एकाउंट पर अपलोड की गई खुफिया सूचना सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा की थी, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने सुरक्षा बलों पर आत्मघाती हमला करने की धमकी दी थी.
राज्य पुलिस द्वारा जारी खुफिया जानकारी ट्विटर हैंडल से जुड़ी थी जिसमें 33 सेकंड के एक वीडियो में आतंकवादी सोमालिया में जवानों पर हमला करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में जिस तरीके से हमला किया गया है उसी तरीके से गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस पर हमला किया गया.
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 44 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हो गए. रॉयटर्स के मुताबिक अब तक हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए हैं. अफ्रीकी देश सोमालिया में आतंकवाद बड़े पैमाने पर पांव पसारे हुए है. यहां पर राजनीतिक स्थिति भी डावांडोल रहती है. यहां अल शबाब जैसे खूंखार आतंकी संगठन भी मौजूद हैं. इनका कनेक्शन अलकायदा जैसे बड़े आतंकी संगठनों से है.
राजनाथ सिंह ने गुरुवार को देश के लोगों को यह भरोसा दिलाया कि जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ की बस पर पाकिस्तान प्रायोजित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आतंकवादी हमले का बदला लिया जाएगा. सिंह ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित और पनाह दिए गए लोगों के जरिये कराए गए इस आतंकवादी हमले के माध्यम से शांति में जो बाधा उत्पन्न करना चाहते हैं केन्द्र सरकार उनकी साजिशों को विफल करने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है. उन्होंने कहा, ‘‘जैश ए मोहम्मद ने इस आतंकवादी हमले को अंजाम दिया है. हम राष्ट्र को आश्वस्त करते हैं कि इसका बदला लेने के लिए जो भी करना पड़े, हम करेंगे.’’ सिंह ने हमले के बाद जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से बातचीत की और सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादियों के घातक हमले के बाद की राज्य की स्थिति का जायजा लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
पुलवामा जिले में जैश ए मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे एक वाहन को सीआरपीएफ की एक बस से टकरा दिया. इस विस्फोट में सीआरपीएफ के कम से कम 44 जवान शहीद हुए हैं. ये जवान इस बस से जा रहे थे. यह हमला 2016 में हुए उरी हमले के बाद से राज्य में सबसे भीषण आतंकी हमलों में एक है.
अमेरिका, रूस और फ्रांस समेत दुनियाभर के देशों ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा है कि आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए वे भारत के साथ खड़े हैं. भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने भी एकजुटता व्यक्त की है और संयुक्त रूप से आतंकवाद के खतरे का सामना करने का संकल्प जताया.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और हमले के पीछे के लोगों को न्याय के दायरे में लाने की अपील की. अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने भी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की निंदा की है और कहा है कि अमेरिका ‘आतंक का सामना करने और उसे हराने’ के लिए भारत के साथ खड़ा है.