पुलिसवाले ने दिखाई इंसानियत: जिस महिला की हत्या की जांच कर रहा, उसके बेटे को लिया गोद
चेन्नई में एक पुलिस वाले की दरियादिली की चर्चा सभी तरफ हो रही है। चेन्नई के नम्मालवरपेट में असिस्टेंट कमिशनर के पद पर तैनात बालामुरुगन ने 15 साल के एक बच्चे को गोद लिया है। दरअसल बालामुरुगन इस बच्चे की मां की हत्या के केस की जांच कर रहे हैं। 15 साल का कार्तिक अपनी मां की मौत के बाद टूट चुका था। कार्तिक के मां की हत्या का आरोप उसके पड़ोसी पर ही है। कार्तिक के पिता के गुजरने के बाद उसकी मां परीमाला गोविंदाराजन ने ही उसे पाला पोसा और बड़ा किया था। लेकिन माता-पिता के जाने के बाद कार्तिक अनाथ हो गया था।
ऐसे में असिस्टेंट कमिशनर बालामुरुगन ने इस बच्चे की जिम्मेदारी संभालने का फैसला किया है। बालामुरुगन का कहना है कि घटना के दिन कार्तिक जब थाने में बैठा था तो उसने कहा कि उसे समझ नहीं आ रहा है कि वो आखिर थाने में क्यों बैठा है? उस दिन जब बालामुरुगन ने कार्तिक को यह बतलाया कि उसकी मां की मौत हो चुकी है तो वो अंदर ही अंदर काफी टूट गया। उस रात कार्तिक एक अनाथालय में सोया था। जबकि बालामुरुगन के मुताबिक इस रात उन्हें भी अपने घर में नींद नहीं आई। उन्होंने अपनी पत्नी काला रानी को जगाया और उन्हें कार्तिक के बारे में बतलाते हुए कहा कि वो कार्तिक को गोद लेना चाहते हैं। जिसके बाद बीते सोमवार को बालामुरुगन कार्तिक को घर ले आए।
पुलिस के मुताबिक कार्तिक सातवीं कक्षा का छात्र है। वो हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था और कभी-कभी घर आकर अपनी मां से मिला करता था। पति की मौत के बाद परीमाला लोगों के घऱों में बर्तन साफ कर अपने बेटे को पढ़ाती थी। बीते 31 अगस्त को 19 साल के सूर्या नाम के एक शख्स ने कार्तिक की मां परीमाला की हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक परीमाला का सूर्या की मां से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। जिसके बाद सूर्या ने परीमाला के घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी। इलाके के लोगों ने सूर्या को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।