पेयजल पुनर्गठन योजना के 126 करोड़ रुपए खर्च, पर कई इलाके अब भी प्यासे

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इटावा शहर की जनता को पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए 126 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए, बावजूद लोगों की प्यास नहीं बुझ सकी है। दरअसल, वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इटावा पेयजल पुनर्गठन योजना की शुरुआत की थी। यह योजना 2015 में ही पूरी हो जानी थी। योजना की जिम्मेवारी जल निगम के निर्माण इकाई को सौंपी गई थी। आधे-अधूरे तरीके से पूरी की गई यह योजना 2017 के अंत में नगर पालिका को सौंप दी गई। स्थिति यह है कि मुख्य सड़क पर तो नई पेयजल योजना में पाइप लाइन डाल दी गई लेकिन संकरी गलियों में पाइप लाइन डाली ही नहीं गई है। अब पालिका और जलनिगम के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि बचे हुए काम मार्च 2018 तक पूरे हो जाएंगे और तब पालिका क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति हो सकेगी। इस बीच, पेयजल पुनर्गठन योजना नगर पालिका को सौंपे जाने के बाद कई इलाकों में पहली दफे पेयजल की आपूर्ति हो पाई है।

इन मोहल्लों में पहली बार पहुंचा पानी
नगर पालिका की आबादी क्षेत्र में 1991 में शामिल हुए सरैया, सुंदरपुर, विकास कॉलोनी प्रथम, द्वितीय, तृतीय, फ्रेंड्स कॉलोनी, कोकपुरा, सुल्तानपुर, शिवा कालोनी, पीपल अड्डा, अड़्डा प्रभु, कन्हैया नगर, विनीत बिहार कॉलोनी सहित लगभग दो दर्जन ऐसे मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति हुई। इन इलाकों में इस योजना के पहले तक पानी की पाइपलाइन पहुंची ही नहीं थी।
ये मोहल्ले अभी भी रह गए प्यासे
लाइन पार क्षेत्र के रणवीरनगर, शिवनगर, पाल कॉलोनी, कुश कॉलोनी, एचएन नगर, शिवा कॉलोनी, अड्डा जालिम, शांति कॉलोनी क्षेत्र के कई मोहल्ले अब भी प्यासे हैं। पालिका का कहना है कि जलनिगम द्वारा जो पानी की नई पाइप लाइन डाली गई है, वह कुछ जगहों पर अधूरी है। इसका प्रस्ताव भेज दिया गया है। जल्द ही इस पाइप लाइन का काम पूरा हो जाएगा।
जल्द पूरे कराएंगे काम
इटावा नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी अनिल कुमार का कहना है कि शहर के हर व्यक्ति को पेयजल उपलब्ध कराना नगर पालिका की पहली प्राथमिकता है। संसाधनों की पूर्ति के बाद अब गर्मी के मौसम से पहले हर मोहल्ले में पानी पहुंचना पालिका की जिम्मेदारी है। जलनिगम को अधूरी पाइप लाइन का काम पूरा करने के लिए कहा गया है। जल्द ही काम पूरी हो जाएंगे।
प्रति व्यक्ति पर 135 लीटर
इटावा नगर पालिका के जलकल अभियंता श्रीराम यादव इस बारे में बताते हैं कि पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी की सप्लाई हो रही है। संसाधन पर्याप्त हैं। जल निगम द्वारा नई पेयजल योजना हमें सौंप दी गई है। इसमें जो कमियां हैं, उन्हें पूरा कराने के लिए जल निगम को पत्र लिखा गया है। मार्च तक सभी काम पूरे हो जाएंगे। फिर सभी जगह पानी पहुंचने लगेगा।
जहां पानी, वहां राहत
कन्हैया नगर के रहने वाले जसवंत सिंह कहते हैं शहर के सुंदरपुर वार्ड में आने वाले कन्हैया नगर में पानी की पाइप लाइन पड़ी थी, लेकिन उसमें पानी नहीं आता था। बीते साल अगस्त में पहली बार पाइप लाइन में पानी आया, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली है।
कन्हैया नगर के प्रदीप कुमार कहते हैं कि कई सालों से परेशान लोगों को नल में पानी देख कर बहुत खुशी हुई। पालिका द्वारा दिए गए इस बड़ी सौगात से नवविकसित कन्हैया नगर को मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिला है।
यहां बिन पानी सब सून
अड्डा जालिम के धर्मवीर का कहना है कि अड्डा जालिम क्षेत्र की कई गलियों में पाइपलाइन डाले जाने का काम अभी भी अधूरा है। स्थिति यह बनी हुई है कि लोग अब भी निजी और पालिका के समर्सिबल पंप के भरोसे ही हैं।

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