पैगंबर पर आपत्तिजनक पोस्ट के आरोपी नाबालिगों को हिंदू संगठन ने दिया आसरा, भीड़ ने जला दिया था घर

पश्चिम बंगाल के बशीरहाट और बदुरिया में अभी भी तनाव का माहौल है। फेसबुक पर इस्लाम धर्म को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले दो नाबालिग दोस्तों को जमानत मिल गई है। इन दोस्तों को हिन्दू समिति नाम की संस्था ने फिलहाल शरण दिया है। हिन्दू समहति ने इन दोनों नाबालिग लड़कों की पढ़ाई का खर्च उठाने का भी जिम्मा लिया है। 11वीं में पढ़ने वाले इन दो दोस्तों द्वारा फेसबुक पर ऐसी सामग्री डाली गई कि बशीरहाट सब डिवीजन में दंगा फैल गया। पुलिस का कहना है कि जैसे ही ये पोस्ट वायरल हुआ भीड़ ने बदुरिया में एक आरोपी के घर में आग लगा दी, इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया और देखते ही देखते हिंसा की लपटें बशीरहाट सब-डिवीजन तक फैल गई। पुलिस के मुताबिक ये दोनों लड़के दोस्त थे, इनमें से एक ने फेसबुक अकाउंट बनाया था लेकिन इसका इस्तेमाल दोनों दोस्त करते थे। एक बार दोनों दोस्तों के बीच अनबन हुई। इसका ‘दोस्त से बदला लेने के लिए’ एक नाबालिग ने फेसबुक पर संवेदनशील कंटेट डाल दिया।

इस घटना के बाद भड़की हिंसा में 65 साल के एक बुजुर्ग की जान भी चली गई। इस घटना के बाद हिन्दू समहति दोनों नाबालिग के घर वालों के संपर्क में है। घटना का मुख्य आरोपी नाबालिग तब 16 साल का था जब 4 जुलाई को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, लेकिन दो दिन बाद ही उसकी आयु 17 साल की हो गई। दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी अगस्त में हुई, वह भी 17 साल का है। हिन्दू समहति के संस्थापक तपन घोष ने कहा कि अदालत ने 16 दिसंबर को इन नाबालिगों को बेल दिया है। जुवेनाइस जस्टिस बोर्ड ने इनको बेल देने के साथ ये भी शर्त रखा है कि ये दोनों नाबालिग अपने घर से 50 किलोमीटर दूर रहेंगे। तपन घोष ने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि ये दोनों नाबालिग हैं, और इनका भविष्य है, उम्मीद है कि अगले सेशल से ये दोनों फिर से स्कूल जा सकेंगे। तपन घोष ने कहा कि घटना के मुख्य आरोपी का घर जला दिया गया है और वह सदमे में है, वह अभी घर नहीं जा सकता है।

 

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