प्रणब मुखर्जी के समर्थन में आए दिग्विजय सिंह, बोले- RSS मुझे बुलाता तो मैं भी जाता
बीते दिनों पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने पर जमकर विवाद हुआ था। कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति के आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने पर अपनी नाराजगी का इजहार किया था। लेकिन अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया है और अपने एक बयान में कहा है कि यदि आरएसएस उन्हें बुलाता तो वह भी उनके कार्यक्रम में जाते। दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस कॉर्डिनेशन कमेटी का नेतृत्व सौंपा है। इसके चलते दिग्विजय सिंह इन दिनों मध्य प्रदेश एकता यात्रा का आयोजन कर प्रदेश में सभी वर्गों को साथ लाकर भाजपा को सत्ता से बाहर करने की कोशिशों में लगे हैं। इस दौरान एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि “यदि आरएसएस ने उन्हें निमंत्रित किया होता तो वह भी जाते। आरएसएस सरसंघचालक के साथ मंच साझा करने में क्या गलत है? मैं उनके कार्यक्रम में जाता और उन्हें आईना दिखाता, अपनी विचारधारा से उन्हें वाकिफ कराता।” आरएसएस के मुखर आलोचक माने जाने वाले दिग्विजय सिंह ने कहा कि “लेकिन वह इस बात से सहमत नहीं हैं कि हेडगेवार (आरएसएस के फाउंडर) भारत के महान सपूत थे। वह महान नहीं थे।”
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों अपने एक बयान में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने आरएसएस पर हिंसा, नफरत और आतंक की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इस पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत पूरी भाजपा ने कांग्रेस से दिग्विजय सिंह के खिलाफ कारवाई करने की मांग की थी। भाजपा द्वारा उन पर कारवाई की मांग पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं आश्चर्यचकित हूं कि भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पार्टी से मेरे खिलाफ कारवाई करने की मांग की है। कांग्रेसी नेता ने कहा कि मैं भाजपा के किसी भी नेता से ज्यादा धार्मिक हूं।
कांग्रेस पार्टी की मौजूदा हालात पर अपने विचार रखते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज के समय में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती गुटबाजी की है। हमें सभी को साथ लाकर और एक लक्ष्य बनाकर काम करना होगा। बता दें कि मध्य प्रदेश से खबरें आ रही हैं कि वहां दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के अन्य नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है और दिग्विजय सिंह कमलनाथ के समर्थन में हैं। इस पर दिग्विजय सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि हां, हम (दिग्विजय सिंह और कमलनाथ) 1977 से साथ काम कर रहे हैं। सिंधिया को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारे परिवार पीढ़ियों से एक दूसरे को जानते हैं। ज्योतिरादित्य एक समझदार, लोकप्रिय और स्पष्ट नेता हैं।