प्रद्युम्न मर्डर: रेयान ने रखा है 5-6 लाख रुपए फीस लेने वाला वकील, दी केस हरियाणा से बाहर ले जाने की दलील
रेयान स्कूल ने सुप्रीम कोर्ट का रूख कर सात साल के बच्चे प्रद्युम्न की हत्या के मामले की सुनवाई सोहणा स्थित स्थानीय अदालत से बाहर स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। रेयान समूह के एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि बार एसोसिएशन ने इस सनसनीखेज मामले में आरोपी की पैरवी करने से वकीलों को प्रतिबंधित कर दिया है। इसलिए इस केस की सुनावई हरियाणा से बाहर की जाए। इसके लिए रेयान स्कूल प्रबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी को हायर किया है। लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015 के मुताबिक केटीएस तुलसी की सुप्रीम कोर्ट में फीस 5-6 लाख रुपये है, जबकि हाई कोर्ट में 8-9 लाख रुपये है।
सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति अमिताव रॉय और न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर की पीठ ने वरिष्ठ वकील के टी एस तुलसी की इस दलील पर विचार किया कि अपनी पसंद के वकील के जरिए पैरवी करवाने के एक व्यक्ति के मौलिक अधिकार का उल्लंघन हो रहा है। पीठ ने रेयान समूह के उत्तरी जोन के प्रमुख फ्रांसिस थॉमस के वकील को आश्वासन दिया है कि वह 18 सितंबर को याचिका पर सुनवायी करेगी। गत शुक्रवार को स्कूल में एक छात्र की हत्या के संबंध में थॉमस को सोमवार को गिरफ्तार किया गया।
तुलसी ने आरोप लगाया कि हरियाणा में सोहणा तथा गुडगांव के बार एसोसिएशनों ने अपने सदस्य वकीलों से कहा है कि वे सात वर्षीय प्रद्युमन की नृशंस हत्या के आरोपी या किसी व्यक्ति की पैरवी ना करें। तुलसी ने कहा, ‘अनुच्छेद 21 (जीवन और निजी स्वतंत्रता के अधिकार) के तहत मौलिक अधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है।’ उन्होंने उच्चतम न्यायालय इस मामले की सुनवायी को हरियाणा में सोहणा के बाहर स्थानांतरित करने पर विचार करने का अनुरोध किया।