प्रयाग कुंभ पर 4000 करोड़ रुपए तक खर्च कर सकती हैं केंद्र और यूपी की सरकार
इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने बुधवार को कहा कि प्रयाग कुंभ पर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार 3000 करोड़ रुपए खर्च कर रही है और यह खर्च 4000 करोड़ रुपए तक जा सकता है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में प्रयाग में हुए कुंभ मेले के लिए तत्कालीन सरकार ने 700 करोड़ रुपए खर्च किए थे. इलाहाबाद जिले में 12 माधव एवं परिक्रमा पथ के अंतर्गत स्थित मंदिर स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं के विकास कार्यों का शिलान्यास करने गंगापार जैतवार डीह गांव स्थित पड़िला महादेव मंदिर आईं जोशी ने कहा, “पिछले कुंभ में पिछली सरकार ने पर्यटन विभाग को कुल 3.25 करोड़ रुपए दिया था. इस बार केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर 86 करोड़ रुपए पर्यटन के विकास के लिए दिए हैं.”
उन्होंने बताया कि 12 माधव और परिक्रमा पथ के अंतर्गत कुल 29 मंदिरों के आसपास 30 लाख रुपए खर्च कर सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. श्रृंगवेरपुर धाम पर पर्यटन विभाग 29 करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर काम कर रहा है. उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य की इच्छा श्रृंगवेरपुर में निषादराज की एक विशाल प्रतिमा लगवाने की है. इसका प्रस्ताव तैयार हो गया है और कभी भी स्वीकृति मिल सकती है. पर्यटन मंत्री ने कहा, “अयोध्या का सौंदर्यीकरण तेजी से किया जा रहा है. अबकी बार अयोध्या में 4-6 नवंबर को दीपोत्सव अनूठा होगा. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में हमारा नाम जाने वाला है. सरयु नदी के घाट पर छह नवंबर को 15 सेकेंड के भीतर एक साथ तीन लाख दीप जलाए जाएंगे.”
उन्होंने कहा, “दुनिया में जहां भी रामलीला होती है, हमने उन सब लोगों को बुलाया है कि आइए इन तीन दिनों में यहां अपनी रामलीला दिखाइये. रूस, कंबोडिया, श्रीलंका, त्रिनिडाड एंड टोबैगो से रामलीला की टीम अयोध्या आ रही है.” जोशी ने बताया, “कोरिया का अयोध्या के साथ बड़ा गहरा संबंध है. अयोध्या की रानी, कोरिया की महारानी हुई थीं जिनका नाम क्वीन हो रख दिया था, कोरिया के लोगों ने. वहां की सरकार क्वीन हो के नाम से एक स्मारक का शिलान्यास करेगी जिसका नक्शा पास हो चुका है. कोरिया के संस्कृति मंत्री के साथ सैकड़ों लोग अयोध्या का दीपोत्सव देखने आ रहे हैं.”