प्रवक्ता बोले-मंदिर ने जब पत्र लिखा था, तब दंगल किया था? एंकर ने कहा-तब आपको नहीं बुलाया था
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली के आर्कबिशप अनिल कुटो की ओर से दुआ करने के लिखे पत्र पर घमासान मचा है। इसी मुद्दे पर ‘आज तक’ टीवी चैनल पर एंकर रोहित सरदाना ने ‘दंगल’ शो किया। विषय था-चुनाव का साल, चर्च की चाल।इस दौरान चर्च की ओर से बतौर सामाजिक कार्यकर्ता पक्ष रहे जॉन दयाल से एंकर की तीखी बहस हुई।आठ मई को पादरियों को लिखे पत्र में आर्क बिशप ने वर्तमान राजनीतिक हालात को अशांत करार दिया था।
बहस की शुरुआत में एंकर रोहित सरदाना ने जॉन दयाल से पूछा-आखिर चर्च ने चिट्ठी क्यों लिखी?इस पर जॉन दयाल ने एक पत्र लहराते हुए कहा-ये स्वामी नारायण टेंपल ने कभी मोदी को वोट देने की अपील की थी, तब क्या आपने दंगल किया था?इस पर रोहित सरदाना ने तंज कंसते हुए कहा-यूट्यूब पर देखिए, किया था, पर उस समय आपको नहीं बुलाया था। इस पर जॉन दयाल ने रोहित सरदाना पर आर्क बिशप की चिट्ठी तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। जॉन दयाल ने सिविल सोसाइटी की ओर से पेश एक किताब का जिक्र करते हुए कहा कि इसे पढ़ने पर आपको लगेगा कि चिट्टी में तो कम लिखा गया है।
उन्होंने कहा कि आर्क बिशप ने आज के हालात को उजागर किया है। क्या आप जानते हैं कि आज लिंचिंग हो रहीं हैं, गौरक्षक मुसलमानों को मार रहे हैं, इस पर एंकर रोहित सरदाना ने रोकते हुए कहा कि क्या आपको मुसलमानों का रक्षक मानते हैं। दुनिया भर में ईसाइयत और इस्लाम के बीच संघर्ष चल रहा है और आप यहां खुद को मुसलमानों का रक्षक मानते हैं। इस पर जॉन दयाल ने प्रतिवाद किया तो रोहित सरदाना ने कहा कि अगर आपने पिक एंड चूज की पॉलिसी अपनाकर यहां इंसान का जिक्र किया होता तो आपका समर्थन करता। रोहित सरदाना ने कहा कि आप फेल हो गए, इस नाते सरकार के विरोध में चर्च को उतरना पड़ा क्या।
इस पर जॉन दयाल ने कहा कि पुलिस और गृहमंत्री का काम होता है कि कोई मुसलमान न मरे, मैं नहीं आप फेल हो गए हैं।इस दौरान जॉन दयाल ने योगी आदित्यनाथ के राजनीति पर उतरने के सवाल खडे किए तो रोहित सरदाना ने कहा कि उनकी तरह आप भी चुनाव लड़कर राजनीति करिए। चर्च को इस्तेमाल क्यों करते हैं, पोलिटिकल पार्टी बनाइए, भारतीय संविधान पूरा मौका देता है।डिबेट में शामिल प्रो. रिजवान कैसर ने चिट्टी को चर्च बनाम हिंदू न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि चिट्ठी में कहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिखा है।