प्रेस बीफ्रिंग में पूछा- कृषि उन्नति मेला पर कितना खर्च कर रहे? मंत्री राधा मोहन सिंह बोले- जितना पत्रकार खाएंगे
दिल्ली में चल रहे कृषि उन्नति मेला पर पूछे गये एक सवाल पर कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने अटपटा जबाव दिया। जवाब में कृषि मंत्री की खीज झलक रही थी। 14 मार्च को कृषि भवन में केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह पत्रकारों को कृषि उन्नति मेला की रूप-रेखा के बारे में बता रहे थे, तो एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि कृषि उन्नित मेला पर मंत्रालय कितना खर्च कर रही है। इस सवाल के जवाब में कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि जितना पत्रकार खाएंगे। मंत्री महोदय ने जवाब दिया, “निर्भर करता है कि पत्रकार कार्यक्रम में कितना खाएंगे।” कृषि मंत्री के जवाब को सुनकर प्रेस ब्रीफिंग में मौजूद पत्रकार हैरान रह गये।
इधर शनिवार (17 मार्च) को कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कृषि उन्नति मेला में किसानों से कहा कि उन्हें केवल नारे नहीं लगाने चाहिए, बल्कि सरकार के कार्यक्रमों को लागू करने में मदद करनी चाहिए। राधा मोहन सिंह ने राजनीति में आ रहे किसानों नेताओं से कहा कि राजनीति में जाने का मतलब केवल कृषक समुदाय से संबंधित मुद्दों को उठाना भर नहीं है बल्कि इसका मकसद सरकार को उसके कार्यक्रम को लागू करने में मदद करना भी है।
राधा मोहन सिंह ने तीन दिवसीय कृषि उन्नति मेले को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ हम सभी किसान हैं। कई किसान राजनीति में भी आ रहे हैं। मैं उन राजनेताओं से कहूंगा कि वे किसानों के मुद्दों को तो उठायें लेकिन उसके साथ ही सरकारी कार्यक्रमों को लागू करने में मदद भी करें।” कृषि मंत्री ने किसान नेताओं से कहा, ‘‘केवल नारे नहीं लगायें।’’ उन्होंने कहा कि किसानों का कल्याण सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चार साल में कृषि क्षेत्र के लिए आवंटन अधिक यानी 2.11 लाख करोड़ रुपये रहा है जबकि यही आवंटन पिछले शासन के दौरान 1.25 लाख करोड़ ही था। उन्होंने वर्ष2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने के प्रति विश्वास जताया। दिल्ली में चल रहे कृषि उन्नति मेले को पीएम मोदी ने भी संबोधित किया था।