प्लेऑफ से बाहर हुई आरसीबी तो भड़के विराट कोहली, जमकर निकाली टीम पर भड़ास
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में शनिवार (19 मई, 2018) को राजस्थान रॉयल्स के हाथों मात खाकर लीग से बाहर हो चुकी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली ने हार के लिए टीम के मध्यक्रम को जिम्मेदार ठहराया है। राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु के सामने 165 रनों की चुनौती रखी थी लेकिन बेंगलोर की टीम 134 रनों पर ही ढेर होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। बेंगलुरु के लिए सिर्फ अब्राहम डिविलियर्स (53) और पार्थिव पटेल (33) ही दहाई के आंकड़े को छू सके। इन दोनों के रहते टीम की जीत तय लग रही थी, लेकिन जैसे ही पटेल का विकेट गिरा बेंगलोर का मध्यक्रम पूरी तरह से बिखर गया। मैच के बाद कोहली ने कहा, “डिविलियर्स पर जरूरत से ज्यादा बल्लेबाजी का भार था। एक समय हम अच्छी स्थिति में थे। हमारा स्कोर 75 रनों पर एक विकेट था। इसके बाद हम जिस तरह से आउट हुए वो अच्छा नहीं था।”
उन्होंने कहा, “डिविलियर्स जिनके पास बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता है वो एक छोर पर खड़े हुए थे। हमें कुछ और अच्छे फैसलों की जरुरत थी, लेकिन खिलाड़ियों ने मौके का फायदा नहीं उठाया और यह देखना निराशाजनक था।” कप्तान ने कहा, “पांच-छह खिलाड़ियों द्वारा अगर यह लगातार दोहराया जाए तो यह सही नहीं है। एक-दो खिलाड़ी अच्छा कर रहे थे, लेकिन दूसरों को भी आगे आना चाहिए था और आज ऐसा नहीं हो सका।” बता दें कि आरआर ने सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेले गए मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 30 रनों से हरा दिया। इसी के साथ बेंगलोर की प्लेऑफ में जाने की उम्मीदें खत्म हो गई हैं वहीं राजस्थान को अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए बाकी टीमों के परिणाम पर निर्भर रहना पड़ेगा।
राजस्थान के लिए श्रेयस गोपाल ने चार विकेट लिए। बेन लाफलिन और जयदेव उनादकट को दो-दो सफलताएं मिलीं। कृष्णाप्पा गौतम और ईश सोढ़ी को एक-एक विकेट मिला। इससे पहले, राजस्थान के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और टीम ने 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 164 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। राजस्थान के लिए राहुल त्रिपाठी ने 58 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 80 रनों की पारी खेली। उनके अलावा हेनरिक क्लासेन ने 32 रन और रहाणे ने 33 रनों का योगदान दिया। बेंगलुरु के लिए उमेश यादव ने तीन विकेट लिए। मोहम्मद सिराज को एक सफलता मिली।