फंस गए कार्ति चिदंबरम? इंद्राणी मुखर्जी ने कोर्ट में कबूली रिश्वत देने की बात
आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ्तार किये गये वित्त मंत्री पी चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को गुरुवार (1 मार्च 2018) अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने 14 दिनों के लिए कार्ति चिदंबरम के कस्टडी की मांग की है। सीबीआई ने कहा कि एजेंसी को कार्ति से विस्तार से पूछताछ करना है। सीबीआई ने कहा कि बुधवार को कार्ति को हिरासत में लेने के बाद कोई पूछताछ नहीं हो सकी, क्योंकि डॉक्टरों ने मेडिकल जांच के बाद उन्हें कार्डिक केयर यूनिट में भर्ती कर दिया। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि पीटर और इंद्राणी मुखर्जी ने बयान में आरोप लगाया था कि उन्होंने कार्ति के पिता पी चिदंबरम के निर्देशों पर एफआईपीबी क्लीयरेंस के लिए उन्हें (कार्ति) को सात लाख अमेरिकी डॉलर दिये थे। उन्होंने बताया कि पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के बयान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दर्ज किये थे। ईडी इस मामले की काले धन को सफेद करना (मनी लान्ड्रिंग) के नजरिये से जांच कर रही है जबकि सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष इंद्राणी दंपती के बयान दर्ज किये थे। इंद्राणी मुखर्जी शीना बोरा मर्डर केस के सिलसिले में जेल में बंद है।
सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया मामले में कार्ति को लंदन से लौटते ही चेन्नई हवाई अड्डे पर कार्ति (46) को गिरफ्तार कर लिया था। पीटर और इंद्राणी ने आरोप लगाया था कि वे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से उनके नार्थ ब्लॉक कार्यालय में मिले थे और उनसे उनकी मीडिया कंपनी में विदेश निवेश के लिए क्लीयरेंस की मांग की थी। अधिकारियों ने बताया कि चिदंबरम ने इसके बाद उनसे कहा था कि ‘‘उनके बेटे के व्यवसाय में मदद करो।’’ उन्होंने बताया कि दंपती ने यह भी स्वीकार किया था कि वे दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में कार्ति से मिले थे जहां उन्होंने कथित रूप से 10 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी। अधिकारियों ने बताया कि इंद्राणी ने मजिस्ट्रेट के समक्ष भी यह बयान दोहराया है। कार्ति को बुधवार सुबह चेन्नई में गिरफ्तार किया गया था। महानगर दंडाधिकारी सुमित आनंद ने कार्ति को गुरुवार अपराह्न् 12:30 बजे तक के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया था।