फराह खान के पति शिरीष कुंदर ने ‘भाई दूज’ पर पोस्ट की दाऊद इब्राहिम की फोटो, भड़क गए लोग
फिल्म डायरेक्टर फराह खान के पति शिरीष कुंदर एक ट्वीट की वजह से यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल उन्होंने ट्वीट में लोगों को भाई दूज की बधाई दी, लेकिन उनके बधाई देने के तरीके पर यूजर्स काफी भड़क गए। कुंदर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘हैप्पी भाई दूज।’ इसके साथ ही उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की एक तस्वीर शेयर की। भाई-बहन के इस दिन दाऊद इब्राहिम की फोटो शेयर किए जाने पर रमेश लिखते हैं, ‘आपकी सोच भी आपकी घटिया फिल्मों की तरह है।’ शुद्ध हिंदुस्तानी लिखते हैं, ‘घर का काम हो गया?’ सुचेता शर्मा लिखती हैं, ‘फिल्म जगत जुड़े लोग ही इसे भाई कहते हैं, बाकि लोगों के लिए ये एक अपराधी है बस।’ हरमेश लिखते हैं, ‘ये तुम्हारे पिता होंगे। तुम बॉलीवुड वाले इन्हें अपना सबकुछ जो मानते हो।’
अमित शाह, पीएम मोदी और नवाज शरीफ की एक तस्वीर शेयर कर लिखते हैं, ‘भाई दूज मुबारक।’ अकबर बैग लिखते हैं, ‘पिटेगा भाई या आदत हो गई।’ नसीम खान लिखते हैं, ‘शिरीष कैसे कर पाते हो भाई, हमारे मेरे चेहरे पर मुस्कान लाते हो। जब मैं आपके ट्वीट पढ़ता हूं।’ शैलेष चौधरी लिखते हैं, ‘हिंदू त्योहारों पर बोलकर अगर कोई मशहूर होना चाहता हैं तो ये उसकी गलत फहमी है।’ धीरज चौधरी लिखते हैं, ‘कहीं ये आतंकी का महिमा मंडन करने का तरीका तो नहीं है।’ क्राइम मास्टर गोगो लिखते हैं, ‘जब शाहरुख खान ने थप्पड़ मारा था तब तुमने इसी से शिकायत की थी।’
गौरतलब है कि भाई दूज हिंदूओं के प्रमुख त्योहार दिवाली का प्रमुख उत्सव होता है, इस पांचदिवसीय त्योहार का आखिरी दिन होता है भाई दूज का पर्व। भाई दूज का त्योहार भाई और बहन के प्यार को सुदृढ़ करने का त्यौहार है। यह त्योहार दिवाली से दो दिन बाद मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में भाई-बहन के स्नेह-प्रतीक के रूप में दो त्योहार मनाए जाते हैं। पहला रक्षाबंधन जो कि श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसमें भाई बहन की रक्षा करने की प्रतिज्ञा करता है। दूसरा त्योहार भाई दूज का होता है इसमें बहनें भाई की लंबी आयु की प्रार्थना करती है। भाई दूज का त्योहार कार्तिक माह में मनाया जाता है।
भारत में इस पर्व को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कई लोग इसे भाऊ दूज, भाई टीका, टीका और भाई फोटा के नाम से मनाते हैं। भाई-बहन के इस पर्व जैसा ही पर्व रक्षा बंधन भी मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के माथे पर तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं।