फिरौती में लिया था 10 किलो सोना, फिर ऐसे हुआ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार (25 अगस्त) को बिहार के गैंगस्टर विकास सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गैंगस्टर विकास सिंह की तलाश पुलिस को साल 2016 से थी। साल 2016 में उसने नेपाल के बीरगंज में नेपाली कारोबारी सुरेश केडिया का अपहरण किया था। पुलिस का कहना है कि केडिया के एक सूत्र ने विकास सिंह के गुर्गे को दिल्ली के चांदनी चौक में 10 करोड़ रुपये का सोना फिरौती के तौर पर सौंपा था। केडिया का अपहरण 25 मई 2016 को हुआ था। चार दिन बाद यानी 28 मई 2016 को बिहार के मोतीहारी जिले से बिहार पुलिस ने उन्हें बरामद किया था। केडिया ने कथित तौर पर अपनी रिहाई के तीन दिन बाद सोने के रूप में फिरौती दी थी। उन्हें डर था कि कहीं दोबारा उन्हें निशाना न बनाया जाए।
केडिया के अपहरण में अपनी भूमिका के अलावा विकास सिंह ने बाद में अपने करीबी गुर्गे बबलू दुबे की भी हत्या करवा दी थी। बबलू उस समय बिहार की बक्सर जेल में बंद था। विकास और बबलू के बीच इसी फिरौती की रकम के बंटवारे का विवाद था। पुलिस को सुराग मिला था कि विकास सिंह पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में छिपा हुआ है। वह और उसका साथी आशु पहलवान दिल्ली में टूर एंड ट्रैवल कंपनी चला रहे थे।
पुलिस उपायुक्त राम गोपाल नाईक ने कहा कि शनिवार (25 अगस्त) को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बिहार का वांछित गैंगस्टर विकास सिंह, जिसकी तलाश पुलिस को नेपाली कारोबारी सुरेश केडिया अपरहण केस और बबलू दुबे हत्याकांड में है। वह दिल्ली में छिपा हुआ है। हमें सूचना मिली थी कि विकास सिंह रात 10 बजे के करीब किसी से मिलने के लिए दक्षिणी दिल्ली के आरके पुरम में सरगम सिनेमा के बाहर आने वाला है। जैसे ही विकास सिंह वहां आया, पुलिस ने उसे दबोच लिया। हमने बिहार पुलिस से संपर्क किया है। उन्होंने दो हाई प्रोफाइल मामलों में विकास सिंह की संलिप्तता को स्वीकार किया है। ”
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन ने मीडिया को बताया,” गैंगस्टर विकास सिंह ने पूछताछ में बताया कि बबलू दुबे की हत्या सुरेश केडिया की फिरौती के बदले में मिले पैसे के बंटवारे के विवाद में हुई थी। बबलू दुबे की हत्या मई 2017 में उस वक्त की गई थी, जब वह बेतिया कोर्ट में पेशी के लिए जा रहा था। विकास सिंह ने पुलिस के सामने इन दोनों कांड के अलावा तीन हत्याएं, एक फिरौती और बिहार में हत्या के प्रयास का मामला भी स्वीकार किया है। उसने बताया कि बबलू दुबे ने ही बक्सर जेल में केडिया के अपहरण की रणनीति तैयार की थी। रंजन ने बताया कि कुणाल सिंह और राहुल सिंह दोनों को ही उस वक्त गिरफ्तार किया गया था।