फिर बढ़ेगा दिल्ली मेट्रो का किराया, अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्री से कहा- जनविरोधी है, कोई उपाय निकालो
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली मेट्रो के किराए में प्रस्तावित बढ़ोतरी को ‘जनविरोधी’ करार दिया और कहा कि उन्होंने परिवहन मंत्री को इसे रोकने के लिए कोई उपाय निकालने को कहा है। केजरीवाल ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया, “मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी जनविरोधी है। मैने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को एक सप्ताह के भीतर इस किराया वृद्धि को रोकने का उपाय निकालने को कहा है।” मुख्यमंत्री का यह बयान अक्टूबर में होने जा रहे मेट्रो के किराए में वृद्धि के चलते आया है। इस साल दूसरी बार मेट्रो के किराए में वृद्धि होने जा रही है।
इससे पहले डीएमआरसी ने इसी साल मई में किराया बढ़ाया था। उस समय न्यूनतम किराया 8 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये, जबकि अधिकतम किराया 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया था। दिल्ली मेट्रो ने चौथे फेयर फिक्सेशन कमेटी की सिफारिशों के बाद किराए में बढ़ोतरी की है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा बनाई गयी समिति की सिफारिश पर डीएमआरसी ने मई महीने में मेट्रो के टिकट के दाम 66 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की थी। मई में डीएमआरसी ने मेट्रो के न्यूनतम किराए को बढ़ा कर आठ से दस रुपए किया था। इसके साथ ही 15, 20, 30, और अधिकतम किराया 40 रुपए किया गया था। लेकिन अब फिर से एक अक्तूबर से किराये में बढ़ोतरी की बात की जा रही है। डीएमआरसी के मुताबिक, हालांकि न्यूनतम किराया 10 रुपए ही रहेगा, लेकिन 15 रुपए के बजाय दूसरा स्लैब सीधे 20 रुपए कर दिया जाएगा।
इसके अलावा 30, 40, 50 रुपए और अधिकतम किराया 60 रुपए कर दिया गया है। किराया बढ़ोतरी का यह फैसला पिछली बढ़ोतरी के वक्त ही ले लिया गया था, लेकिन इस पर अमल होना बाकी था। दिल्ली हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एमएल मेहता की अगुआई में बनी दिल्ली मेट्रो के किराया निर्धारण समिति ने यह सिफारिशें की थीं।