फिर भिड़े बीजेपी सांसद और विधायक, नेताओं में मारपीट, गाली-गलौच, पार्टी ने बुलाई थी ‘एकात्म यात्रा’

मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधान सभा चुनाव होने हैं। इसलिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने के लिए एकात्म यात्रा का आयोजन किया है लेकिन नेता ही आपस में भिड़ रहे हैं। मालवा के आगर में बुधवार (17 जनवरी) को देवास-शाजापुर के बीजेपी सांसद मनोहर उंटवाल और मालवा-आगर के बीजेपी विधायक गोपाल परमार आपस में ही उलझ गए। बुधवार को ही एकात्म यात्रा आगर पहुंची थी लेकिन इसके ध्वज को लेकर दोनों नेताओं में भिड़ंत हो गई। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गालियां दीं और धक्का-मुक्की की। नेता जी को भिड़ते देख उनके समर्थक भी आपस में उलझ गए। समर्थकों के बीच जमकर लात-घूसे चले और मारपीट हुई। करीब 15 मिनट तक वहां अफरा तफरी मची रही।

हंगामा बढ़ता देख पुलिस और पार्टी के वरिष्ठ नेता आगे आए और मामले को शांत कराया। मामला खत्म होने के बाद अब सांसद-विधायक एक-दूसरे पर मंत्री बनने, चुनाव लड़ने और मारपीट, गाली-गलौच के आरोप लगा रहे हैं। इस विवाद को देखते हुए ध्वज को यात्रा में लेकर चलने के बजाय रथ में रखना पड़ा।

 

 

गौरतलब है कि इससे पहले इसी माह में बंगाल में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। जब बिहार सरकार के मंत्री और उनके एक बॉडीगार्ड के साथ पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में कथित तौर पर मारपीट हुई थी। नीतीश सरकार में शहरी विकास और आवास विभाग मंत्री और भाजपा के विधायक सुरेश कुमार शर्मा यहां पूजा में शामिल होने गए थे।मुजफ्फरपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले शर्मा तारापीठ के प्रसिद्ध काली माता के मंदिर गए थे और वहां सोनार बंगला नाम के होटल में रुके थे। सूत्रों के मुताबिक मंत्री होटल के AC रूम में ठहरे थे, लेकिन चेक आउट करते वक्त उन्होंने कथित तौर पर AC रूम का अतिरिक्त किराया देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उनकी होटल के कर्मचारियों से बहस हो गई थी और मामला ने तूल पकड़ लिया था। सूत्रों के मुताबिक मंत्री होटल के AC रूम में ठहरे थे, लेकिन चेक आउट करते वक्त उन्होंने कथित तौर पर AC रूम का अतिरिक्त किराया देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उनकी होटल के कर्मचारियों से बहस हो गई।

जबकि इससे पहले यूपी में भी नेताओं के बीच मारपीट का माला सामने आया था। बता दें कि मेरठ में भी बीते साल सितंबर माह में बीजेपी नेता की गुंडागर्दी और भाजपाइयों का बवाल देखने को मिला था। यह बवाल बीजेपी नेता के बेटे की कार पर हूटर लगा होने के कारण शुरू हो गया था। आरोप था कि बीजेपी नेता के बेटे ने पुलिस के साथ मारपीट और दरोगा एवं इंस्पेक्टर के साथ हाथापाई भी हुई थी। बाद में दबाव के कारण पुलिस को भाजपा नेता के बेटे को छोड़ना पड़ा। चौराहे पर चैंकिंग कर रहे पुलिस इंस्पेक्टर ने जब चौराहे पर हूटर बजाते हुए निकल रहे बीजेपी नेता संजय त्यागी के बेटे को रोका तो उन्हें वर्दी उतारने की धमकी मिली थी।

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