फोन टैपिंग के खिलाफ कोर्ट पहुंचे भाजपा नेता मुकुल रॉय, केंद्र सरकार को भी लपेटा
भाजपा नेता मुकुल राय ने अपना फोन कथित तौर पर टैप किये जाने को लेकर केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद मुकुल राय हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ महीने में कोलकाता और दिल्ली प्रवास के दौरान लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर रखी गयी। न्यायमूर्ति विभू बखरू के सामने यह याचिका सुनवाई के लिए गई थी, तो उन्होंने इस पर सुनवाई को 20 नवंबर तक के लिए टाल दिया।
याचिका में राय के दूरसंचार सेवा प्रदाता महानगर टेलीफोन निगम और वोडाफोन को, उनके या उनके परिजनों को भेजे गए या प्राप्त टेलीग्राफिक संदेश पकड़ने के लिए केंद्र या राज्य सरकार की ओर से अगर निर्देश दिया गया है तो, उसे अदालत में पेश करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। वकील कुमार दुष्यंत सिह ने राय की याचिका दाखिल की है। उन्होंने अपनी याचिका में दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में कुछ अन्य लोगों ने भी ऐसी आशंका जाहिर की है, जो सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े हुए नहीं हैं। याचिका में कहा गया, ‘हाल में भारी उद्योग और लोक उपक्रम राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी आरोप लगाया कि चुनिंदा लोगों के मोबाइल फोन पश्चिम बंगाल में टैप किए जा रहे हैं।’
बता दें, भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद से मुकुल रॉय और टीएमसी में जंग छिड़ी हुई है। मामला तब और ज्यादा बढ़ गया, जब 10 नवंबर को बंगाल में एक रैली के दौरान उन्होंने ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधते हुए अपनी पुरानी पार्टी को ‘प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’ करार दिया था। रॉय ने ममता बनर्जी पर साथ ही आरोप लगाया था कि उन्होंने सरकार में रहते हुए अपने भतीजे की कंपनी को फायदा पहुंचाया है।
रॉय ने कहा था, ‘अभी फुटबॉल वर्ल्ड कप हुआ। इसमें हर जगह वर्ल्ड कप के हॉर्डिंग में ‘बिश्वा बांग्ला’ का लॉगो देखने को मिला। बिश्वा बांग्ला सरकारी प्रॉपर्टी नहीं है। मेरे पास कागजात है, जिनसे साफ जाहिर होता है कि यह एक प्राइवेट कंपनी है और इसके मालिक अभिषेक बनर्जी हैं।’ इसके बाद अभिषेक बनर्जी ने मुकुल रॉय को कानूनी नोटिस भेजा था। बनर्जी ने कहा था कि ये सारे आरोप झूठे हैं और रॉय 48 घंटे के भीतर माफी मांगें।