बंगाल: टीएमसी संग चुनाव लड़ सकती है कांग्रेस! गठबंधन की कोशिश में जुटे नेता
लोकसभा चुनाव के लिए अभी एक साल का समय बाकी हो सकता है, लेकिन पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का एक धड़ा पार्टी आलाकमान के लिए परेशानी का कारण बनता नजर आ रहा है। दरअसल करीब दो साल पहले विधानसभा चुनाव में लेफ्ट संग असफल गठबंधन के बाद राज्य के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव में टीएमसी संग गठबंधन किया जाए। इसमें कांग्रेस के विधायक और सांसद मुख्य रूप से शामिल हैं। इन नेताओं का मानना है कि राज्य में भाजपा को टक्कर देने के लिए टीएमसी संग गठबंधन जरुरी है। पिछले दिनों में पश्चिम बंगाल में भाजपा की वोटरों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसलिए कांग्रेस के कुछ नेता पहले से ही समझौते की संभावना तलाशने के लिए टीएमसी खेमे में पहुंचे हैं और पार्टी प्रस्ताव के साथ हाई कमांड के साथ संपर्क कर चुके हैं। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्य के शीर्ष नेतृत्व की दिल्ली में फोन पर बातचीत करने की संभावना है।
दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की खबरें ऐसे समय में सामने आई हैं जब 23 जून को इंडियन एक्सप्रेस ने जानकारी दी कि राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में भाजपा और टीएमसी को हराने के लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को 21 स्टेप की एक लिस्ट सौंपी गई थी। इसमें बताया गया कि राज्य में दोनों दलों को किस तरह पराजित किया जा सकता है। इस रिपोरट में तब लेफ्ट संग गठबंधन पर जोर दिया था।
मगर गुरुवार को एआईसीसी सचिव और फरक्का से विधायक मेनुल हक और मालदा दक्षिणी से लोकसभा सांसद अबू हसीम खान चौधरी ने टीएमसी के महासचिव और बंगाल शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से मुलाकात की है। इसके बाद चौधरी ने बीते शुक्रवार को कांग्रेस लीडर सोनिया गांधी से मुलाकात की और टीएमसी नेता संग बातचीत का ब्योरा साझा किया। सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने बंगाल अध्यक्ष से कहा कि राहुल गांधी के विदेश से लौटने के बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक मेनुल हक के अलावा कांग्रेस के कई विधायकों ने एआईसीसी महासचिव अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी से मुलाकात कर इस नए सुझाव के बारे में जानकारी दी। वहीं मेनुल हक के मुताबिक, ‘राज्य में मौजूदा सभी विधायक टीएमसी संग गठबंधन चाहते हैं। अन्य कांग्रेस नेता भी चाहते हैं गठबंधन किया जाए। यह राहुल जी पर निर्भर हैं कि वो इस मामले में फैसला लें। उनके विदेश से लौटने पर हम उनसे मुलाकात करेंगे।’