“बदरीनाथ हाईवे पर आई दरारें आने से केदारनाथ यात्रा से पहले बढ़ी मुश्किल”
उत्तराखंड के शहरों में सड़कों और घरों में दरारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के ऐलान हो चूका है, अब बदरीनाथ हाईवे के पास सड़कों पर दरारें देखने को मिल रही है।. ऐसे में यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर चिंताए बढ़ गई है.।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की घोसणा के बाद जोशीमठ के पास बदरीनाथ हाईवे से लगने वाली सड़कों पर दरारें देखने को मिली है । यह दरारें जेपी और मारवाड़ी के पास पाई गई. चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि बदरीनाथ हाईवे पर जेपी से मारवाड़ी तक सड़क में दरारें आ गई हैं. खुराना ने कहा, “सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को दरारों की जांच करने और जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं.”
“बदरीनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की चिंता”
बदरीनाथ धाम चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है जिसे ‘चार धाम’ कहा जाता है जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ भी शामिल हैं. यह उत्तराखंड के बदरीनाथ शहर में स्थित है. यह हर साल छह महीने (अप्रैल के अंत और नवंबर की शुरुआत के बीच) के लिए खुला रहता है. महाशिवरात्रि के मौके पर यह ऐलान किया जाता है कि केदारनाथ धाम के कपाट कब खुलेंगे. केदारनाथ मंदिर समिति ने ऐलान किया कि इस बार 25 अप्रैल को कपाट खुलेंगे और 14 नवंबर तक बंद कर दिए जाएंगे. देशभर के सैकड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन को पहुंचते हैं. इन दरारों की घटनाओं के बीच श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता की बात है.