बनारस में तीस्ता सीतलवाड़ गिरफ्तार, कहा- …जब से आई हूं सुन रही हूं बीएचूय जाओगी?
वाराणसी पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को सोमवार (25 सिंतबर) को गिरफ्तार कर लिया। तीस्ता सीतलवाड़ वाराणी समाजवादी जन परिषद की एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोमवार सुबह करीब 09.30 बजे पहुंची थीं। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) प्रशासन द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर अपनी मांगे न माने जाने को लेकर आंदोलनरत हैं। जब तीस्ता वाराणसी पहुंची तो पुलिस ने तुरंत ही हिरासत में ले लिया। तीस्ता सीतलवाड़ ने ट्वीट करके बताया, “बनारस पुलिस मुझे गिरफ्तार कर रही है। मैं सुबह 9.30 से ही हिरासत में थी। मैं यहाँ समाजवादी जन परिषद के एक युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में आई थी।” तीस्ता ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि उनका वाराणसी कार्यक्रम एक महीने पहले से तय था। बीएचयू की छात्राओं पिछले कुछ दिनों से ही विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
तीस्ता ने ट्वीट किया है, “मेरा कार्यक्रम एक महीने पहले से तय था लेकिन जब से बनारस पहुंची हूं मुझसे यही पूछा जा रहा है कि क्या आप बीएचयू जा रही हैं।” समाजवादी जन परिषद के महामंत्री अफलातून ने भी फेसबुक पर गिरफ्तार की पुष्टि करते हुए लिखा कि तीस्ता उनके संगठन के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के लिए बनारस पहुंची थीं।
बीएचूय में हॉस्टल में रहने वाली लड़कियां अपने संग होने वाले दुर्व्यवहार और छेड़खानी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। लड़कियों ने अपनी शिकायत में लिखा कि उनके हॉस्टल के सामने लड़के अश्लील हरकतें करते हैं, आते-जाते उनके संग शारीरिक छेड़खानी करते हैं, गंदी गालियां देते हैं और फब्तियां कसते हैं। लड़कियां महिला छात्रावास के ईर्द-गिर्द सुरक्षा बढ़ाने, प्रकाश की व्यवस्था बढ़ाने और सीसीटीवी लगवाने की मांग कर रही थीं। मामला तब बिगड़ा जब शनिवार रात को विरोध प्रदर्शन कर रही लड़कियों और लड़कों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कुछ उपद्रवी तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया। दो गाड़ियां भी फूंक दी गयीं।
सोमवार को लंका के थाना प्रभारी, भेलूपुर के सर्किल अधिकारी और एक एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट (एसीएम) को हटा दिया गया है। वहीं पुलिस ने बीएचयू के एक हजार छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।