बाबरी विध्वंस की बरसी पर कश्मीर में अल-कायदा का संदेश- जिहाद के लिए मुसलमान करें घर छोड़ने की तैयारी
बाबरी विध्वंस की 25वीं बरसी पर आतंकी संगठन अल कायदा से जुड़े संगठन अंसार ग़जवातुल-हिन्द ने कश्मीर में भारतीय मुस्लिम युवकों से जेहाद के लिए घर छोड़ने की अपील की है। संगठन की तरफ से मुस्लिम युवकों को भड़काते हुए कहा गया है कि हिन्दू धर्मी लोग
अपना मिशन और कार्य पूरा करने तक अपनी रणनीति बदलते रहेंगे, उनका मिशन हरेक मुसलमान का खात्मा है-चाहे वो बच्चे हों या बुजुर्ग, पुरुष या महिला, या फिर वो हमारा भाई या बेटा हो।”
बाबरी विध्वंस की सालगिरह यानी बुधवार (06 दिसंबर) को अलकायदा से जुड़े नए संगठन ने एक ऑनलाइन मुहिम जेहादीस्ट फीड चलाई और जेहाद के लिए कश्मीरी मुस्लिम युवकों से जुड़ने की अपील की। इस संगठन को इसी साल हिजबुल मुजाहीदीन और लश्कर-ए-तैयबा के कैडर के रूप में मान्यता मिली है। संगठन ने अपने संदेश में कहा है, “हर भारतीय मुसलमान को जिहाद के लिए घर छोड़ने को तैयार रहना चाहिए क्योंकि दुश्मन युद्ध की तैयारी कर रहा है।”
यह ऑनलाइन संदेश सुल्तान झबुल अल हिन्दी नाम से एक छद्म नामधारी जिहादी ने पढ़ा। उसके उच्चरण के तरीके और भाषाई ज्ञान से जाहिर हो रहा है कि वो गैर हिन्दी भाषी है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक वे लोग कश्मीर के बाहर किसी भी व्यक्ति को नहीं जानते हैं जो अंसार गजवा के तुल-हिंद कमांडर जाकिर भट्ट के साथ काम करते हैं, जिसे जाकिर मुसा कहा जाता है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, ये लोग दक्षिणी अफगानिस्तान के हो सकते हैं क्योंकि उनलोगों ने ऑनलाइन संदेश में झाबुल शब्द का इस्तेमाल सुल्तान झाबुल अल हिन्दी में किया है।
बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में अफगानी और अमेरिकी सेना ने उमर मंसूर नाम के एक आतंकी को मार गिराया था जिसका संबंध अलकायदा से था। उमर मंसूर का संबंध उत्तर प्रदेश से था। वह भारतीय उपमहाद्वीप के अल कायदा प्रमुख साना-उल-हक के प्रमुख प्रतिनिधियों में से एक था। वह झाबुल, गज़नी और पट्टिया के इलाकों में संगठन को मजबूती देने के लिए उन इलाके के संगठनों पर छापा मारता था। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के कमांडर जॉन निकोल्सन ने नवंबर के आखिर में खुलासा किया था कि अलकायदा के लोग भारतीय युवकों पर नजर गड़ाए हुए हैं और उन्हें जिहाद के लिए उकसा सकते हैं।