बाबा रामदेव की पतंजलि की बड़ी गलती- असम में बाढ़ पीड़ितों के बीच बंटवा दिए एक्सपायरी सामान, कई बीमार
असम के कई जिले बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं। ऐसे में कई सामाजिक संगठनों समेत कई कॉरपोरेट्स घराने भी मुसीबत की इस घड़ी में लोगों के बीच राहत सामग्री बांट रहे हैं। इन सबके बीच बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने बाढ़ पीड़ितों के बीच एक्सपायरी सामान बांट दिए। असम के स्थानीय टीवी चैनल टाइम 8 के एक वीडियो के मुताबिक पतंजलि ने मजुली जिले में करीब 12 लाख रुपये मूल्य का सामान भेजा है। इनमें से अधिकांश एक्सपायरी डेट की हैं। वहां स्थानीय मीडिया में यह खबर भी आई कि इन सामानों को इस्तेमाल करने के बाद कई लोग बीमार पड़ गए।
पतंजलि के मजुली जिला शाखा प्रमुख रोहित बरुआ ने मीडिया में इस बात की पुष्टि की है कि वहां 30 अगस्त को बांटे गए सामान जिनमें दूध पावडर और जूस भी शामिल है, या तो एक्सपायर हो चुके थे या एक्सपायर होने वाले थे। उन्होंने कहा कि शुरुआत में हमलोगों ने यह नोटिस नहीं किया और सारे सामान बाढ़ पीड़ितों में बांट दिए लेकिन जब कुछ युवकों ने इसकी शिकायत जिला आयुक्त से की, तब इसका खुलासा हुआ।
टाइम 8 के वीडियो में दिख रहा है कि जिन सामानों पर एक्सपायरी डेट अक्टूबर 2016 लिखा है, उसे भी बाढ़ पीड़ितों के बीच बांट दिया गया। दूध पावडर के कुछ डिब्बों पर 5 सितंबर 2017 एक्सपायरी डेट लिखा था। इधर, जिला प्रशासन ने एक्सपायरी सामान बांटे जाने से इनकार किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक्सपायरी सामान आए थे लेकिन उन्हें बाढ़ पीड़ितों के बीच बांटा नहीं गया। जिलाधिकारी ने बताया कि उन्होंने इस बारे में पतंजलि आयुर्वेद को पत्र लिखा है।
पतंजलि के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने इस तरह के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें झूठी हैं, कंपनी कभी भी इस तरह का लापरवाहीभरा कदम नहीं उटा सकती है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने बाढ़ पीड़ितों के बीच मानवता के आधार पर सामान बंटवाए हैं। एक्सपायरी डेट की कोई भी वस्तु वहां नहीं भेजी गई है।