बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ सपा का प्रदर्शन
प्रदेश में बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने कलैक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। सपा के जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव के दौरान जनहित की जुमलेबाजी करती है। लेकिन चुनाव निपटते ही जनता पर आर्थिक हमला कर देती है। निकाय चुनाव निपटते ही बिजली की दरों में अनाप-शनाप बढ़ोतरी की है। पहले ही महंगाई से कराह रही जनता की इससे मुश्किलें बढ़ी है।
सपा कार्यकर्ता पार्टी के जिला कार्यालय से जुलूस निकालकर कलैक्ट्रेट पहुंचे जहां काफी देर तक नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया गया। सपा के जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी सरकार निरंकुश हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते राज्य के किसान बर्बाद हो रहे है। सरकार की ओर से घोषित 325 रुपए के मूल्य पर चीनी मिले गन्ना नहीं खरीद रही है। किसानों को मजबूर होकर अपना गन्ना 120 रुपए के मूल्य पर गुड़ कोल्हू मालिकों को बेचना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़े हुए बिजली मूल्यों की मार भी सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र की जनता पर ही पड़ी हैं। ग्रामीण क्षेत्र का फिक्स चार्ज 180 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए किया गया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी की मार से उद्योग धंधे भी चौपट हो चुके है। अपनी गलत आर्थिक नीतियों को कड़वी गोली बताकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अपना बचाव करते रहे हैं। लेकिन अब भाजपा की कड़वी गोलियां तो जनता के लिए जानलेवा बनती जा रही है।
सपा के महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष भारती चौहान, लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष सुनील यादव, जिला सचिव प्रमोद यादव और दूसरे वक्ताओं ने भी भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर तीखे हमले करते हुए कहा कि भाजपा की आर्थिक नीतियां सिर्फ चुनिंदा बड़ी कंपनियों को ही लाभ पहुंचा रही है। देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त होने और महंगाई बढ़ने से किसान, छोटे व्यापारी और आम जनता त्रस्त है।