बिलावल भुट्टो बोले- जब मीडिया किसी पर लांछन लगाता है तो बेचैन हो जाता हूं

दुनिया भर के नेता जाली खबरों या फेक न्यूज पर बहस में उलझे हैं। ऐसे में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार को कहा कि वह एक कमजोर लोकतंत्र से आते हैं और जब यह देखते हैं कि दुनिया के कुछ अधिक विकसित देशों का मीडिया कैसे किसी की इज्जत उतारता है, तो उन्हें काफी परेशानी होती है। दावोस में फेक न्यूज विरुद्ध वास्तविक राजनीतिक विषय पर विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के सत्र को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान में कई साहसी और बेहतरीन पत्रकार हैं, जिन्होंने देश में तानाशाही के खिलाफ लड़ाई में सहयोग किया है।

उन्होंने उद्योग घरानों के मीडिया और राजनीतिज्ञों के नियंत्रण पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कई मीडिया घराने किसी एजेंडा को आगे बढ़ाते हैं। इसी सत्र को संबोधित करते हुए कुछ वक्ताओं ने कहा कि फेक न्यूज पर नियंत्रण में सरकारी नियमनों का कोई स्थान नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म की वजह से समस्या और बढ़ी है। विकीपीडिया के संस्थापक जिमी वेल्स ने कहा, ‘‘फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म को इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि वे किस तरीके की सूचना दिखा रहे हैं। वे फेक न्यूज को हटाने के लिए अधिक कुछ नहीं कर रहे हैं।’’

वहीं दूसरी तरफ, ब्रिटेन की सरकार ने फेक न्यूज और दुष्प्रचार की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए नई ‘राष्ट्रीय सुरक्षा संवाद इकाई’ बनाई है। फेक न्यूज का जिक्र पूरी तरह मिथ्या सूचना, तस्वीर या वीडियो, जानबूझकर दुष्प्रचार किए जाने और लोगों के बीच भ्रम या गलतफहमी फैलाने के संदर्भ में किया जाता है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार से शुरू नई इकाई देश की रक्षा क्षमताओं की व्यापक समीक्षा का हिस्सा है।

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