बिस्तर के पास चार्ज हो रहा मोबाइल फोन फटने से सीईओ की मौत!
मलेशिया की बड़ी पूंजी वाली कंपनी क्रेडल ग्रुप के सीईओ नज़रीन हसन अपने बेडरूम में मृत पाए गए। ये हादसा उस वक्त हुआ जब उन्होंने अपने बेड पर कथित तौर पर दो स्मार्टफोन चार्जिंग के लिए लगाए थे, जिनमें एक मोबाइल के फटने के बाद उसमें आग लग गई। क्रेडल ग्रुप ने इस घटना के बाद जारी बयान में कहा है,”पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण उनके सिरहाने पर चार्ज हो रहे स्मार्टफोन में हुए धमाके को बताया है।” इसके बाद क्रेडल ग्रुप ने कहा है कि हसन चार्ज हो रहे फोन के फटने के कारण लगी चोटों के कारण गुजर गए हैं।
हालांकि हसन के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि हसन के बेडरूम में मौजूद दो स्मार्टफोन में से एक उनकी मौत के लिए जिम्मेदार है। लेकिन मलेशिया के सेलनगोर का अग्निशमन विभाग अभी तक परिवार या क्रेडल ग्रुप की बातों से सहमत नहीं है। सेलनगोर अग्निशमन विभाग के निदेशक अज़ी ओस्मान ने स्थानीय मीडिया को बताया,” ये बयान कि आग हसन के सिरहाने चार्ज हो रहे मोबाइल के फटने के बाद लगी। ये उनके परिवार का बयान है हमारा नहीं। अभी कुछ भी तय कर पाना जल्दबाजी होगी।”
हालांकि बीते समय में भी स्मार्टफोन में आग लगने की कई घटनाएं देखी गईं थीं। हाल ही में सैमसंग के गैलेक्सी नोट—7 की बैटरी में आग लगने की कई शिकायतें देखने को मिली थीं। इन बातों ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। हालांकि किसी भी घटना में किसी भी सैमसंग के यूजर की मौत की बात सामने नहीं आई थी।
कंपनी ने इसके बाद सभी नोट—7 फोन को वापस बुलवा लिया था। कंपनी ने इसके लिए माफी का नोटिस भी जारी किया था। न सिर्फ सैमसंग, बल्कि कई अन्य मोबाइल निर्माता कंपनियों जैसे एप्पल में भी आग लगने की समस्याएं सामने आईं थीं। मोबाइल में आग लगने की समस्या वाकई में बेहद अनोखी हैं। स्मार्टफोन कंपनियां अपने हर मॉडल को आम आदमी को भेजने से पहले भारी टेस्टिंग से गुजारती हैं। आग लगने की ज्यादातर घटनाएं उन मामलों में देखी गईं हैं जहां बैटरी और एडॉप्टर कंपनी के न होकर किसी और वेंडर के जरिए खरीदे और मोबाइल में इस्तेमाल किए जाते हैं।