बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए अभियान चलाएगी राज्य सैन्य पुलिस, हर जिले में बनेंगे यूथ ब्रिगेड
बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए राज्य सैन्य पुलिस बल महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय के नेतृत्व में प्रदेशव्यापी जनजागरूकता अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत 25 अगस्त को सोनपुर में एक जुलूस भी निकाला गया जिसमें भारी मात्रा में महिलाओं ने भी भाग लिया। बिहार सैन्य पुलिस के डीजी और अभियान के प्रमुख गुप्तेश्वर पांडेय ने इसे एक पवित्र अभियान बताया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी की सफलता के लिए आयोजित इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य के हर जिले से कम से कम 100 नौजवानों का यूथ ब्रिगेड बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के बड़े जिलों में ब्रिगेड की संख्या एक हजार से ऊपर होगी। इसी क्रम में शनिवार को वैशाली जिले में पहले यूथ ब्रिगेड का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
सैन्य पुलिस फोर्स के इस अभियान के मुताबिक बिहार के 40 जिलों में कम से कम 100 युवाओं वाले यूथ ब्रिगेड बनाए जाएंगे। साथ ही सभाओं तथा जुलूस आदि के माध्यम से लोगों में नशामुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने की कोशिश की जाएगी। इसके तहत अभी तक 16 जिलों में जनजागरण सभाएं की जा चुकी है तथा पूरे प्रदेश में इस अभियान के तहत तकरीबन 500 जनजागरण सभाओं के आयोजन का लक्ष्य रखा गया है। बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए यूथ ब्रिगेड शराब कारोबारियों के साथ उन पुलिस वालों पर भी नजर रखेगी जो शराब के अवैध कारोबार से जुड़े हैं। यह ब्रिगेड जिले के तमाम बड़े अधिकारियों के सीधे संपर्क में रहेगा और उसकी हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में एक स्थानीय न्यूज पोर्टल को बताते हुए अभियान प्रमुख गुप्तेश्वर पांडे ने बताया कि बिहार में स्कूलों के छोटे-छोटे बच्चे भी नशेड़ी बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि छोटे-छोटे बच्चे ब्रेड स्लाइस में आयोडेक्स लगाकर खा रहे हैं। सुलोशन को रूमाल में डालकर सूंघ रहे हैं। यह केवल बिहार के लिए नहीं बल्कि सारे देश के लिए गंभीर संकट है। गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी लागू है। शराब की खरीद-फरोख्त पर पूरी तरह से सरकारी प्रतिबंध है। फिर भी राज्य में नशे के कारोबार पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं हो पाया है।