बिहार: जज का रास्ता रोका तो विस्थापितों पर पुलिसवालों ने भांजीं लाठियां, महिलाओं के भी फूटे सिर
बिहार के कटिहार जिले में जज का रास्ता रोकने पर विस्थापित परिवारों पर पुलिसवालों ने बेरहमी से लाठियां भांज दीं। घटना के दौरान एक महिला का सिर फूट गया, जबकि एक दर्जन से अधिक आंदोलनकारी जख्मी हुए। ये परिवार पुनर्वास की मांग को लेकर पुनर्वास संघर्ष समिति के बैनर तले समाहरणालय के सामने बुधवार (30 मई) से अनशन पर थे। गुरुवार (31 मई) की दोपहर अचानक पुलिस आई और इन पर लाठियां भांज गई। पुलिस ने इसके बाद छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
हुआ यूं कि गुरुवार दोपहर तकरीबन दो बजे विस्थापित परिवारों ने अनशन के दौरान एनएच 81 का चक्का इस बीच जाम कर दिया गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ था। जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्र शेखर झा और डीएलईडी परीक्षा का प्रश्न पत्र लेकर जा रहा वाहन व एक अन्य कैदी वाहन इस बीच फंस गए थे। ऐसे में जज को बीच रास्ते से ही लौटना पड़ गया था।
अनशनकारियों को टस से मस न होते देख प्रशासन ने सख्ती अपनाई और अचानक लाठी चार्ज कर दिया, जिसके बाद भगदड़ मच गई। पुलिस और पुनर्वास की मांग कर रहे परिवारों के बीच इस दौरान झड़प हुई। बुजुर्ग और दुधमुंह बच्चों के साथ महिलाएं धक्के खाती और गिरती दिख रही थीं। घटना में मनिहारी की पुतुल देवी के सिर पर गंभीर चोट आई, जबकि 12 लोगों के अधिक के घायल होने की खबर है।
कटिहार के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने कहा है, “बिना इजाजत के समाहरणालय के बाहर अनशन किया गया, जिससे सरकारी कामकाज बाधित हुआ। डीएइएलइडी के प्रश्नपत्र ले जाने में दिक्कत पैदा की गई। ऐसे में लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लोगों को खदेड़ा। लाठी चार्ज नहीं किया गया।”
उधर, पुनर्वास संघर्ष समिति के संस्थापक विक्टर झा ने बताया कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों पर जमकर लाठियां भांजीं। जख्मी हुए दो दर्जन लोगों में महिलाएं-बच्चे भी हैं, जिनका इलाज सदर अस्पताल में जारी है। हम आगे इससे और बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे।