बीजेपी आईटी सेल चीफ को रवीश कुमार का जवाब- ठाकुर ने चमचों की फौज बनाई है…अरे ओ सांभा…
उन्होंने अपने ट्विटर से एक फर्जी वीडियो शेयर किया जिसमें रवीश कुमार को वो कहते दिखाया गया है जो उन्होंने कभी नहीं कहा। अभी कुछ दिन पहले ही रवीश कुमार के बारे में एक अन्य फर्जी वीडियो चला था जिसमें दावा किया गया था कि रवीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था। हालांकि जिस वीडियो में रवीश द्वारा ऐसा कहने का दावा किया गया उसमें ऐसी कोई बात नहीं थी। छह सितंबर को बेंगलुरु में पत्रकार गौरी लंकेश के मारे जाने के बाद आठ सितंबर को नई दिल्ली स्थिति प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में पत्रकारों ने एक शोक सभा रखी थी। इसी सभा में रवीश कुमार द्वारा दिए भाषण को बार-बार तोड़-मरोड़कर फर्जी वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। नीचे पढ़िए इस बार रवीश कुमार ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है-
रवीश कुमार का फेसबुक पर जारी बयान-
दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के आईटी सेल का चीफ़ मेरे बारे में अफवाह फैला रहा है। मैं तो बस धूलकण हूँ । क्या बीजेपी ने मेरे पीछे पार्टी के पदाधिकारियों को भी लगा दिया है? मुझे उसके लाखों कार्यकर्ताओं की शालीनता और गरिमा पर पूरा भरोसा है। अमित मालवीय के फैलाए झूठ के उकसावे में वे कभी नहीं आएँगे। जो चुप रह जाएँगे वो बीजेपी और संघ की जो भी विरासत है, उसे मेरी ख़ातिर मामूली बना देंगे। ईश्वर अमित मालवीय की पार्टी को हर बड़ी जीत दे और मुझे हर बार उतनी ही बड़ी हार ताकि मैं दुनिया को बता सकूं कि सबसे बड़ी पार्टी मेरे पीछे पड़ गई है। उसकी ख़ातिर अपने लिए हार मांग रहा हूं। दुनिया के पहले ज़ीरो टी आर पी एंकर से आई टी सेल का चीफ घबरा गया। इस बात से कि प्रेस क्लब के मेरे भाषण को अस्सी नब्बे लाख या एक करोड़ से अधिक लोगों ने सुना है। इसलिए उस भाषण को संदिग्ध बनाने के लिए उसके काटे गए एक हिस्से को अमित मालवीय ने ट्वीट किया। भारत माता की यह संतान रवीश कुमार, अपनी हार कबूल करता है। सिर्फ इसलिए कि उसकी धरती पर मौजूद दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं की शान में कमी न आए। मैं नहीं चाहता कि ज़मीन पर कार्यकर्ताओं को अमित मालवीय जैसों की करतूत से शर्मिंदा होना पड़े।
शुक्रिया प्रतीक। अमित मालवीय के फैलाए गए झूठ का पर्दाफ़ाश कर हिन्दू देवी देवताओं का मान बढ़ाने के लिए । हमारे देवी देवताओं की शान इसी में है कि वे हमेशा सत्य के साथ रहें। कोई ऐसा पैदा हो जाए जो झूठ का गिरेबां पकड़ ले। भले ही झूठ बोलने वाले देवी देवताओं के आगे पीछे नाचते गाते रहें। ईश्वर को भी पता है कि जो नाच रहा है वो दरअसल उसकी शान के लिए नहीं, अपनी सत्ता के लिए नाच रहा है। अमित मालवीय ने न सिर्फ प्रधानमंत्री की पार्टी को शर्मिंदा किया है, अमित शाह जैसे मेहनती अध्यक्ष की पार्टी को शर्मिंदा किया है बल्कि मोहन भागवत के संघ को भी छोटा कर दिया है। अगर झूठ के आधार पर ही इक़बाल कायम करना है, तो आपको सदियों तक राज मुबारक। मैं इसी में खुश हूं कि मेरे नाम से उस खेमे में किसी की रातों की नींद उड़ जाती है। मैं तो जनता के खेमे का हूं, उसी खेमे में बना रहूंगा। ठाकुर ने चमचों की फौज बनाई है…अरे ओ सांभा…रामगढ़ वालों से कह दो कि रवीश ने मैदान छोड़ दिया ताकि चमचों को चमचम मिठाई मिलती रहे।