बीजेपी की बाइक रैली: हाई कोर्ट के पर्यवेक्षक पर हमला, तोड़ डाली कार
पश्चिम बंगाल में भाजपा की बाइक रैली के दौरान तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भिड़ंत हो गई । रैली की निगरानी कर रहे हाईकोर्ट के पर्यवेक्षक को भी निशाना बनाया गया। पथराव कर कार का शीशा तोड़ दिया। मारपीट की घटना के बाद भाजपा ने बाइक रैली स्थगित कर दी। पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मारपीट से कई कार्यकर्ता घायल हो गए। पश्चिम बंगाल सरकार ने रैली को इजाजत नहीं दी थी। जिसके खिलाफ भाजपा ने कलकक्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट ने कहा था कि रैली को इजाजत न देने के पीछे कोई वजह नहीं है। जबकि राज्य सरकार ने कहा था कि रैली के चलते गंगा सागर मेले के आयोजन में बाधा पहुंचेगी। सरकार ने सुरक्षा मुद्दे के चलते रैली को अनुमति न देने की बात कही थी। मगर हाईकोर्ट ने इसे खारिज करते हुए बीजेपी को रैली निकालने की मंजूरी दी थी। दक्षिण बंगाल के कोनटाई से शुरू होकर 18 जनवरी को उत्तर बंगाल के कूच बिहार में रैली का समापन होना है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कलकक्ता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को रैली के मद्देनजर पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए हाई कोर्ट ने एक विशेष अधिकारी को भी बतौर पर्यवेक्षक को भी लगाया था। शुक्रवार को बाइक रैली में सब कुछ ठीक चल रहा था, अचानक रैली में मारपीट होने लगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तृणमूल और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। भाजपा ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हिंसा करने का आरोप लगाया। कहा कि मारपीट के कारण कई बीजेपी कार्यकर्ता घायल हुए। बता दें, कि भाजपा के युवा मोर्चा ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर 11-17 जनवरी के बीच प्रतिरोध संकल्प अभियान शुरू किया है। कुल 1600 किमी की बाइक रैली निकालने की योजना है।
कहा जा रहा कि आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर भाजपा जनाधार बढ़ाने के लिए यह रैली कर रही है। इस रैली को लेकर पांच जनवरी से सियासत शुरू हुई। जब पं. बंगाल पुलिस ने गंगासागर मेले में दिक्कत आने की बात कहकर रैली को अनुमति नहीं दी थी। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने रैली से श्रद्धालुओं की परेशानी की बात कही थी।