बीजेपी नेताओं को मनोज तिवारी का फरमान- लगातार तीन मीटिंग में नहीं आए तो छीन लेंगे पद
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पार्टी में अनुशासन बनाए रखने को लेकर बड़ा आदेश दिया है। 2019 के आम चुनाव को लेकर बीजेपी ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है। इसी के तहत पार्टी ने सभी रिव्यू मीटिंग में कार्यालय पदाधिकारियों और विभिन्न इकाइयों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है। मनोज तिवारी ने मंगलवार को कहा कि लगातार तीन बैठकों से गायब रहने वाले नेताओं को उनके पद से हटा दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने अपनी मीडिया टीम को पार्टी के नेताओं का अटेंडेंस लॉग बनाने का निर्देश भी दे दिया है।
दरअसल नोटबंदी के एक साल पूरे होने को लेकर रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें पार्टी के कई पदाधिकारी शामिल नहीं हुए थे। इसे देखते हुए ही मनोज तिवारी ने यह कड़ा आदेश दिया। बता दें कि 8 नवंबर यानी बुधवार के दिन नोटबंदी को एक साल पूरा हो जाएगा।
मनोज तिवारी ने कहा, ‘पार्टी की बैठकों में गैरहाजिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई पार्टी की कोई मीटिंग छोड़ता भी है तो उसके पास जरूरी कारण होना चाहिए। लगातार तीन बैठकों में हाजिर ना होने की वजह से पद से हटाया भी जा सकता है। सभी कार्यालय पदाधिकारियों को और विभिन्न इकाइयों के प्रमुखों को बैठक में तैयारी के साथ आना अनिवार्य है। किसी भी बहाने से पार्टी की मीटींग से छुट्टी लेना स्वीकार नहीं किया जाएगा।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक कई पदाधिकारी, यहां तक की कई मीडिया सेल से जुड़े लोग भी पिछली कई बैठकों में शामिल नहीं हुए हैं।
पार्टी के एक नेता का कहना है कि पार्टी ऑफिस में एक अटेंडेंस रजिस्टर की व्यवस्था की जानी चाहिए, जिसमें जो भी नेता मीटिंग में शामिल होने आए वो अपना नाम लिख दे। पार्टी नेता का यह भी कहना है कि मीडिया टीम की ओर से किसी भी तरह का कम्युनिकेशन गैप बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। बता दें कि पार्टी से जुड़ी सभी जानकारी सभी मेंबर्स तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मीडिया संयोजक की होती है। कई पार्टी नेताओं ने दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी से इस बात की शिकायत की है कि उन्हें समय पर जानकारी नहीं मिलती है।