बीजेपी ने तैयार रखा था राज्यसभा का टिकट, पार्टी में आते ही पकड़ा दिया: जानिए, कैसे-कैसे उम्मीदवार लड़ रहे चुनाव
केंद्रीय मंत्रियों को दोबारा राज्यसभा टिकट देने के बाद बीजेपी ने रविवार को तीसरी सूची जारी कर 18 अन्य उम्मीदवारों के नामों का एलान किया। इनमें उसी दिन बीजेपी में शामिल हुए राजस्थान के बड़े आदिवासी नेता और पूर्व सांसद किरोड़ीलाल मीणा का भी नाम शामिल है। ऐसा लगता है कि बीजेपी ने पहले से ही उनके नाम पर मुहर लगा रखी थी सिर्फ पार्टी ज्वाइन करने भर का इंतजार किया जा रहा था। साल 2008 में वसुंधरा राजे से मतभेदों की वजह से किरोड़ीलाल मीणा ने राजे सरकार और बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। मीणा के अलावा बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे और निर्दलीय राज्य सभा सांसद राजीव चंद्रशेखर को भी टिकट दिया है। माना जा रहा है कि इन बाहरियों को संसद का टिकट मिलने से बीजेपी के कुछ दिग्गजों को जलन हो सकती है।
बीजेपी ने राष्ट्रीय मीडिया सेल के हेड अनिल बलूनी को गृह राज्य उत्तराखंड से टिकट दिया है जबकि प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव को उत्तर प्रदेश का रास्ते संसद भेजने की तैयारी की है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने समाजवादी पार्टी के संस्थापकों में शामिल रहे और सात बार विधायक रहे अशोक बाजपेयी को भी उत्तर प्रदेश से टिकट दिया है। हरदोई निवासी बाजपेयी ने पिछले साल ही बीजेपी ज्वाइन किया था। समाजवादी पार्टी से टूटकर बीजेपी में आनेवाले पूर्व एमएलसी हरनाथ सिंह यादव को भी बीजेपी ने यूपी से राज्यसभा का टिकट दिया है।
बीजेपी ने यूपी से आठ उम्मीदवारों को खड़ा किया है। किसान नेता विजय पाल सिंह तोमर और जाटव समुदाय के नेता कांता करदम को भी यूपी से टिकट दिया है। जाटवों में बसपा की बड़ी पैठ मानी जाती है। पिछड़ी जाति से ही सकलदीप राजभर को भी बीजेपी ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। राजभर जाति की पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी आबादी है। हरियाणा प्रभारी अनिल जैन को भी यूपी से उम्मीदवार बनाया गया है। महाराष्ट्र प्रभारी सरोज पांडे को गृह राज्य छत्तीसगढ़ से उम्मीदवार बनाया गया है।
उधर, कांग्रेस ने भी 11 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। अभिषेक मनु सिंघवी को छोड़ कांग्रेस ने सभी नए चेहरों को उतारा है। बिहार में जदयू ने जहां दो पुराने चेहरे को दोबारा टिकट दिया है, वहीं राजद ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मनोज झा और कटिहार मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के एमडी अशफाक करीम को संसद का टिकट दिया है। करीम को पांच साल पहले पुलिस ने नोटों की गड्डियों पर सोते गिरफ्तार किया था।