बीजेपी पर राहुल गांधी का हल्ला बोल, बताया क्या होता है ‘MODI’ का मतलब
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। रविवार को राहुल गांधी ने ‘मोदी (MODI)’ का मतलब बताते हुए पीएम पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के आरोपी नीरव मोदी और क्रिकेट में सट्टेबाजी के आरोपी ललित मोदी के मामले पर पीएम को घेरते हुए कहा, ‘MODI का असली मतलब क्या है? भारत के बड़े पूंजीपतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मिलीभगत का प्रतीक है ‘मोदी’।’
राहुल ने आगे कहा, ‘करोड़ों का घोटाला करके फरार होने वाले नीरव मोदी का उपनाम और हमारे प्रधानमंत्री का उपनाम एक ही है। ये बहुत ही रोचक बात है। क्रिकेट की दुनिया के सबसे भ्रष्ट व्यक्ति ललित मोदी का उपनाम भी मोदी है। तो मोदी का असली मतलब क्या है? मोदी ने मोदी को आपके पैसों से 30 हजार करोड़ रुपए दिए और बदले में मोदी ने मोदी को मार्केटिंग के लिए पैसे दिए और वो चुनाव जीत गए। मेरे दोस्तों मैं यही बता रहा हूं कि देश में हो क्या रहा है।’ राहुल गांधी ने कहा आरएसएस की विचारधारा पर हमला करते हुए बीजेपी की तुलना कौरवों से की और कांग्रेस को पांडव बताया।
What does Modi actually mean? The name Modi symbolises the collusion between India’s biggest crony capitalists and the prime minister of India: Congress President Rahul Gandhi #CongressPlenarySession pic.twitter.com/tyVAqhswXe
— ANI (@ANI) March 18, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘बड़ी-बड़ी बातें हो रही हैं, लेकिन देश इस वक्त कठिनाई में हैं। किसान कहते हैं कि हम जी नहीं सकते हैं। खेती में से पैसा बनता ही नहीं है। आत्महत्या करनी पड़ रही है। दूसरी तरफ करोड़ों युवा बेरोजगार हैं। रास्ता नहीं दिख रहा है, उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या करना है। चार साल पहले इन्होंने नरेंद्र मोदी जी पर किया था। जो भरोसा उन्होंने पीएम मोदी पर किया था वो अब टूट चुका है और देश का युवा सवाल पूछ रहा है कि रोजगार की समस्या को कैसे हल किया जाएगा। एक ही संगठन है, पूरे देश में… ये हाथ वाला संगठन। ये हिंदुस्तान की शक्ति का संगठन है जो युवाओं को इस देश में रोजगार दे सकता है और कोई संगठन है ही नहीं, लेकिन उस काम को पूरा करने के लिए इस संगठन को बदलना पड़ेगा। कुछ लोगों को ये बात अच्छी नहीं लगेगी, लेकिन मैं ये कहूंगा कि इस संगठन को बदलना पड़ेगा। कैसे… देश को बदलने की शक्ति युवाओं के पास है, युवा कार्यकर्ता देश को बदल सकते हैं।’