बीजेपी महिला विरोधी: आरोपों पर सुषमा स्वराज ने आंकड़ों के सहारे राहुल पर किया पलटवार

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया है जिसमें उन्होंने बीजेपी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया था। विदेश मंत्री ने अहमदाबाद में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि जिस पार्टी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया जा रहा है उसी पार्टी ने देश में चार महिलाओं को मुख्यमंत्री बनाया है। करीब एक लाख महिलाओं को संबोधित करते हुए स्वराज ने कहा, ‘विरोधी बीजेपी को महिला विरोधी कहते हैं, लेकिन जिस पार्टी को महिला विरोधी कह रहे हैं उसी पार्टी ने देश को चार महिला मुख्यमंत्री, चार महिला गवर्नर दिए हैं। इतना ही नहीं बीजेपी सरकार के अंतर्गत 6 महिला कैबिनेट मंत्री भी बनाई गई हैं।’

स्वराज ने कहा, ‘मुझे साल 2014 में विदेश मंत्री बनाया गया और अब निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया है। सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यॉरिटी) के चार सदस्यों में से 2 महिलाएं हैं। हमारी सरकार से पहले किसी भी सरकार में कोई भी महिला सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यॉरिटी) की सदस्य नहीं बनी थी।’ अहमदाबाद में महिला टाउनहॉल कार्यक्रम में राहुल गांधी के बयान पर जब सुषमा स्वराज से सवाल किया गया तब उन्होंने कहा कि नेताओं को ऐसी बातें कहना शोभा नहीं देता।

बता दें कि राहुल गांधी ने अपनी गुजरात रैली में आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी और आरएसएस पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी और आरएसएस ने कभी भी महिलाओं के अधिकारों के मुद्दे पर अपनी रुचि नहीं दिखाई। राहुल गांधी ने कहा था, ‘आरएसएस में कितनी महिलाएं हैं? क्या आपने कभी किसी महिला को शॉर्ट्स पहने हुए आरएसएस के लिए काम करते देखा है? मैंने तो कभी नहीं देखा। आप लोगों ने कांग्रेस में हर समय महिलाओं को देखा है, लेकिन आरएसएस में कभी भी महिलाओं को नहीं देखा गया।’ बीजेपी और आरएसएस दोनों ने ही राहुल गांधी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा था कि राहुल की स्क्रिप्ट लिखने वाले समझदार नहीं हैं। यह तो ठीक वैसी बात हुई.. पुरुष हॉकी मैच में महिला खिलाड़ी को देखने जैसी।

बता दें कि अगले दो महीनों में गुजरात विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों गुजरात के महिला वोटरों को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने हर विधानसभा क्षेत्र में पांच महिलाओं की कई टीम बनाई है। ये महिलाएं घर घर जाकर महिला वोटरों से संवाद कर रही है और उन्हें संघ की महिलाओं के खिलाफ कथित नीतियों को बता रही है। इस बार के चुनाव में महिला मतदाताओं पर कांग्रेस का खास फोकस है। महिलाओं अपनी भविष्य की प्लानिंग बताने के साथ ही कांग्रेस इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि 31 अक्टूबर से लेकर जन्मतिथि 19 नवंबर तक महिला केन्द्रित चुनाव अभियान शुरू करने जा रही है।

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