बीजेपी विधायक का पूर्व मंत्री पर आरोप- चुनाव जीतने के लिए शुरू कराया डकैती का धंधा
राजस्थान में भाजपा और विपक्षी दलों में अभी से ही तकरार बढ़ गई है। झुंझनूं के गुढ़ागौड़जी में बैंक डकैती की एक घटना को लेकर भाजपा विधायक और कांग्रेस की सरकार में मंत्री रहे बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के पूर्व एमएलए के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक शुभकरण चौधरी ने लूट कांड में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा से जुड़े लोगों के शामिल होने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। चौधरी के अनुसार, चुनाव जीतने के लिए बैंक डकैती का धंधा शुरू कराया गया है। उन्होंने कहा, ‘बैंक डकैतियों में पकड़े गए बदमाश राजेंद्र गुढ़ा की टीम के सदस्य हैं। उनके इशारे पर ही बैंक डकैती डालने का नया धंधा शुरू हुआ है। गुढ़ा और छापोली के बैंकों में डाका डालने का काम उन्हीं के लोगों ने किया है। मैं जब विधानसभा चुनाव जीता था तो उनके इशारे पर क्षेत्र में आपराधिक घटानाएं होने लगी थीं। स्थानीय प्रशासन के सख्त रुख के बाद इस तरह के वाकये थम गए थे। अब चुनाव समीप देखकर एक बार फिर से राजेंद्र गुढ़ा की टीम सक्रिय हो गई है।’ भाजपा विधायक ने सार्वजनिक मंच से पूर्व मंत्री पर संगीन आरोप लगाए थे। बता दें कि साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन हाल में तीन लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में भाजपा को करारी हार मिलने के बाद राज्य में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गई हैं।
बसपा के पूर्व विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने भी पलटवार करते हुए कहा कि इलाके में हो रहे सारे अपराध शुभकरण चौधरी करा रहे हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार करार दिया है। पूर्व विधायक ने कहा, ‘बैंक डकैती मामले में पकड़े गए सभी आरोपी शुभकरण की टीम के सक्रिय सदस्य हैं। आरोपी शक्ति सिंह का भाई दातार सिंह शुभकरण का समर्थक है। भाजपा के बूथ अध्यक्ष की सूची में भी दातार का नाम शामिल है। शक्ति सिंह के साथ भाजपा विधायक का पारिवारिक संबंध भी है। बैंक डकैती की पूरी साजिश दातार सिंह ने रची थी। पुलिस को उसे भी आरोपी बनाया जाना चाहिए, लेकिन विधायक दातार सिंह को बचाने में लगे हैं।’ बीएसपी नेता ने अपराधियों को पकड़ने में अड़चन खड़ी करने पर आंदोलन करने की चेतावनी तक दे डाली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुढ़ागौड़जी बस स्टैंड के नजदीक स्थित यूको बैंक की शाखा में गत 9 फरवरी को डकैती की कोशिश की गई थी। इस मामले में राजस्थान पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। वहीं, तीन फरवरी को उदयपुरवाटी के छापोली में एक ग्रामीण बैंक से 53 हजार रुपये लूट लिए गए थे। इसको लेकर क्षेत्र की राजनीति गरमा गई है।