बीजेपी विधायक के बोल- मैं गृहमंत्री होता तो बुद्धिजीवियों को गोली मरवा देता
भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ विधायक का कहना है कि यदि वह गृहमंत्री होते तो पुलिस को बुद्धिजीवियों को गोली मारने का आदेश दे देते। कर्नाटक के विजयपुरा इलाके से विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने यह बयान दिया है। विधायक के अनुसार, कथित उदारवादी और बुद्धिजीवी देश विरोधी हैं। गुरुवार को कारगिल विजय दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक ने कहा कि “ये लोग (बुद्धिजीवी) इस देश में रहते हैं और हमारे टैक्स से सारी सुविधाएं पाते हैं। इसके बाद ये भारतीय सेना के खिलाफ बयानबाजी करते हैं। हमारे देश को सबसे ज्यादा खतरा इन सेक्यूलर और बुद्धिजीवी लोगों से ही है।”
गौरतलब है कि भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल इससे पहले भी एक ऐसा बयान दे चुके हैं, जिस पर काफी लोगों ने आपत्ति जतायी थी। दरअसल भाजपा विधायक ने एक स्थानीय पार्टी के नेता को मुस्लिमों की मदद ना करने को कहा था, क्योंकि उनके अनुसार, मुस्लिमों ने भाजपा को वोट नहीं दिया था। भाजपा विधायक की एक वीडियो भी सामने आयी थी, जिसमें वह कहते सुनाई दे रहे थे कि ‘मैंने कभी मुस्लिमों से वोट नहीं मांगा है। मुझे हिंदुओं पर विश्वास है और वो मेरे लिए वोट करेंगे।’ इसके अलावा उन्होंने एक स्थानीय कारपोरेटर को आदेश देते हुए कहा था कि ‘मुस्लिम उनके ऑफिस ना आने पाएं।’ बता दें कि बासनगौड़ा पाटिल यतनाल 1994 से लेकर 1999 तक भाजपा के टिकट पर विधायक बने। इसके बाद साल 1999 से 2009 तक यतनाल बीजापुर से भाजपा के टिकट पर सांसद भी चुने गए।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में साल 2002 से 2004 तक यतनाल टेक्सटाइल और रेलवे के राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। साल 2010 में बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने भाजपा से इस्तीफा देकर जनता दल (सेक्यूलर) का दामन थाम लिया था। हालांकि एक साल बाद ही यतनाल ने जनता दल (सेक्यूलर) छोड़ दी और निर्दलीय एमएलसी चुने गए। साल 2013 में बासनगौड़ा पाटिल यतनाल भाजपा में वापस लौट आए।