बीजेपी विधायक ने कहा- गौ रक्षा पर समर्थन नहीं करती पार्टी, इसलिए दे रहा इस्तीफा
तेलंगाना से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। रविवार (12 अगस्त) की रात उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और आरोप लगाया कि पार्टी गौरक्षा को लेकर कोई सहयोग नहीं दे रही है। तेलंगाना विधानसभा में गोशमहल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोध ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष के. लक्ष्मण को भेज दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए हिंदू धर्म और गौरक्षा प्राथमिकताएं हैं और राजनीति बाद में आती हैं। गौरक्षा के लिए मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। मैं मुद्दा कई बार सदन में लाया लेकिन पार्टी ने मुझे कोई सहयोग नहीं दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं और गौरक्षकों की मेरी टीम सड़कों पर उतरेंगे और राज्य में गौहत्या पर रोक लगाएंगे।’’
राजा सिंह ने ट्विटर पर दिये गये अपने वीडियो संदेश में कहा, “सबलोग ये सवाल कर रह हैं कि आपने मीडिया को इस्तीफा क्यों दिया…मैंने पार्टी को इस्तीफा इसलिए दिया कि मेरी ओर से मोदी जी, हमारी बीजेपी पार्टी को कोई आरोप ना लगाए…ये उद्देश्य से मैंने इस्तीफा दिया है।” टी राजा सिंह ने तेलंगाना सरकार पर गोहत्या को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “तेलंगाना की जो सरकार है वो गौ हत्यारी सरकार है…इस बकरीद के अवसर पर ज्यादा से ज्यादा जानवर कटवाने के प्लान में है…क्योंकि वे जितना ज्यागा गौहत्या करवाएंगे, उतने ज्यादा मुस्लिम वोट केसीआर साहब को मिलेंगे…।”
Resignation from #BJP party membership. My priority is #GauMata. I will do anything to save them. I don’t want media to blame the party and leadership for my fight against #GauRaksha@AmitShah @narendramodi @BJP4India@BJP4Telangana pic.twitter.com/6au0fTj0NX
— Raja Singh BJP MLA (@TigerRajaSingh) August 13, 2018
टी राजा सिंह ने कहा कि वे कई सालों से गौ रक्षा का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पिछली सरकारों द्वारा मेरे दबाव के कारण गौहत्या पर नियंत्रण किया गया था…लेकिन जब से टीआरएस की सरकार बनी है ज्यादा से ज्यादा गौहत्याएं प्रारंभ हो चुकी है…इसलिए मैंने राज्य के पार्टी अध्यक्ष लक्ष्मण जी को इस्तीफा दिया है, क्योंकि अगर मैं गौरक्षा के लिए रोड़ पर उतरूंगा तो कुछ भी हो सकता है…उस दौरान मोदी जी के ऊपर, हमारे भारतीय जनता पार्टी के ऊपर कोई आरोप ना लगाए…क्योंकि मेरे लिए मेरा धर्म पहले हैं और राजनीति बाद में है…हम नहीं चाहेंगे कि मेरी वजह से मोदी जी या अमित शाह जी को जवाब देना पड़े।”