बीजेपी विधायक ने खोली योगी आदित्यनाथ सरकार की पोल, बोले- ऊपर के अफसर तक पहुंचती है घूस
भाजपा के एक और दलित विधायक ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। रामपुर मणिहरन विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवेंद्र कुमार नीम ने दावा किया कि उनसे अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए अधिकारियों ने घूस मांगी और कहा कि घूस का हिस्सा ऊपर तक जाता है। उनका आरोप ऐसे समय सामने आया है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दलितों को लुभाने और राज्य सरकार की ईमानदार छवि जनता के सामने पेश करने में जुटे हैं। भाजपा विधायक ने सहारनपुर जिला पंचायत में असिस्टेंट इंजीनियर के तौर पर तैनात आलोक गौड़ पर घूस मांगने का आरोप लगाया है। ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के अनुसार, देवेंद्र ने बताया कि आलोक ने उनसे कहा कि विकास कार्य कराने के एवज में उन्हें 50,000 रुपये घूस के तौर पर देने होंगे। देवेंद्र कुमार ने बताया कि आलोक गौड़ ने उनसे कहा, ‘यदि पैसे नहीं देने हैं तो जहां चाहे वहां शिकायत कर लो। मुझे ऊपर तक देने हैं…मैं कहां से लाउंगा।’ भाजपा विधायक ने बताया कि गौड़ ने पहले उनके सहयोगियों से घूस मांगी थी।
राज्य के पंचायती राज मंत्री को लिखा पत्र: देवेंद्र कुमार ने उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है। विधायक ने 22 मार्च को लिखे पत्र में कहा, ‘जब अधिकारी ही कह रहे हैं कि घूस का हिस्सा ऊपर तक बांटा जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, क्योंकि वह सरकार की छवि को खराब कर रहा है।’ असिस्टेंट इंजीनियर आलोक गौड़ ने आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं क्या कह सकता हूं? हो सकता है कोई ठेकेदार विधायक बन गया और शिकायत कर दी। मैं पहले भी उनसे (देवेंद्र कुमार नीम) मिल चुका हूं।’ उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मामले की जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह कार्रवाई करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे। बता दें कि कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर समेत भाजपा के कई नेता और भाजपा कार्यकर्ता अधिकारियों पर बात न सुनने का आरोप लगा चुके हैं। योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल मार्च में कमान संभाली थी। अधिकारियों ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में सहारानपुर के लिए विकास योजनाओं के तहत 341 निविदाएं दी गई थीं, लेकिन अभी तक वर्क ऑर्डर नहीं मिला है।