बीजेपी सांसद-विधायक गए थे सड़क का उद्धाटन करने, पार्टी पार्षद के पति ने रास्ता रोक कहा- हो चुका है उद्घाटन, आप जाइए
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी की महिला पार्षद के पति ने भाजपा सांसद और विधायक को नई निर्मित सड़क का उद्धाटन करने से रोक दिया। दरअसल, श्याम सिंह मीणा पार्षद मनफूल सिंह मीणा के पति और बीजेपी के सदस्य हैं। पीटीआई के अनुसार, पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि भोपाल के भाजपा सांसद आलोक संजर और हुजुर विधानसभा सीट से विधायक रामेश्वर शर्मा शहर के कोलार इलाके में सड़क का उद्धाटन करने पहुंचे थे। नई निर्मित सड़क मनफूल सिंह मीणा के वार्ड के दायरे में आता है। ऐसे में पार्षद के पति श्याम सिंह ने सांसद और विधायक को ऐसा करने से रोका। उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं का रास्ता रोक दिया।
पार्टी पदाधिकारियों की मानें तो श्याम सिंह मीणा ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बताया कि वे जिस सड़क का उद्धाटन करने आए हैं उसका उनकी पार्षद पत्नी पहले ही उद्धाटन कर चुकी हैं। इस वाकये के वक्त पार्षद मनफूल सिंह मीणा भी पति के साथ मौजूद थीं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। बीजेपी नेतृत्व ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए श्याम सिंह मीणा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। उनकी सदस्यता निलंबित कर दी गई है।
विधायक से टकराव: सड़क का उद्धाटनक करने गए सांसद और विधायक को बैरंग लौटाए जाने से बीजेपी को असहज स्थितियों का सामना करना पड़ा है। पार्टी के नेता इस घटना को श्याम सिंह मीणा और विधायक रामेश्वर शर्मा के बीच टकराव का नतीजा बता रहे हैं। बताया जाता है कि पार्षद के पति का आरोप है कि विधायक उनकी पत्नी द्वारा कराए गए विकास कार्यों का श्रेय खुद लेना चाहते हैं। श्याम सिंह का दावा है कि मनफूल सिंह मीणा ने अपने वार्ड में कई विकास कार्यों को शुरू करवाया है, लेकिन विधायक रामेश्वर शर्मा उसका श्रेय लेना चाहते हैं। भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए श्याम सिंह मीणा के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘मध्य प्रदेश भाजपा के प्रमुख राकेश सिंह ने श्याम को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। पार्टी के राज्य प्रमुख ने वायरल वीडियो और सांसद एवं विधायक की शिकायत पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।’ बता दें कि मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वहीं, अगले साल लोकसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में राज्य में विभिन्न विकास परियोजनाओं को अंतिम चरण तक पहुंचाने का सिलसिला तेज हो गया है।