बीजेपी सांसद स्वामी का आरोप-हिंदू महिलाओं को बदनाम करने की साजिश, पद्मावती के लिए दुबई से आया पैसा
फिल्म पद्मावती पर चल रहे विवाद में बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यन स्वामी भी कूद पड़े हैं। उन्होंने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय साजिश होने का अंदेशा जताया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में स्वामी ने कहा कि आजकल कई फिल्में आ रही हैं और इनमें काफी पैसा खर्च होता है। दुबई के लोग चाहते हैं कि सिनेमा में मुसलमान राजाओं को हीरो की तरह पेश किया जाए और हिंदू महिलाओं को एेसा दिखाया जाए कि वह उनसे रिश्ता बनाने के लिए तैयार थीं। उन्होंने पद्मावती के निर्माताओं पर सवाल दागते हुए कहा कि हिंदू महिलाओं को बदनाम करने के लिए दुबई से पैसा आ रहा है। स्वामी ने कहा कि पहले फिल्म जोधा-अकबर बनी, उसमें भी एेसा ही दिखाया गया था। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान इन लोगों को बढ़ावा मिला है।
उन्होंने कहा कि निर्देशक संजय लीला भंसाली के फाइनेंसर से एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) को पूछताछ करनी चाहिए। वहीं बीजेपी नेता और भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के सदस्य अर्जुन गुप्ता ने कहा है कि उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर संजय लीला भंसाली पर राजद्रोह का मुकदमा चलाने की अपील की है। अर्जुन गुप्ता ने आरोप लगाया है कि भंसाली ने इतिहास को तोड़ मरोड़ को पेश किया है जिससे राष्ट्रीय भावनाएं आहत हुई हैं। वहीं संजय लीला भंसाली ने एक बयान जारी करके कहा है कि फिल्म में “राजपूतों की मान-मर्यादा” का ख्याल रखा गया है। इस मामले पर
इस मुद्दे पर जब बीजेपी के फायरब्रैंड नेता साक्षी महाराज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिस तरह पद्मावती, महारानी, मां, हिंदू और किसानों का मजाक बनाया जा रहा है, सरकार और प्रशासन को पता होना चाहिए कि यह गलत हो रहा है और फिल्म पद्मावती को पूरी तरह बैन किया जाना चाहिए। जब उनसे कहा गया कि फिल्म इंडस्ट्री इसकी आलोचना कर रही है तो 61 साल के साक्षी महाराज ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को अस्मिता और राष्ट्र से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें सिर्फ पैसा चाहिए। वह इसके लिए नंगे होने के साथ-साथ कुछ भी कर सकते हैं।