बुरी फंसी अभिनेत्री कंगना रनौत, किसान नेताओं ने भेजा मानहानि का नोटिस, जानें क्या है मामला?
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर सांसद चुनी गई एक्ट्रेस कंगना ने एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन के खिलाफ बयान दिया था. आहत ग्वालियर के किसान नेताओं ने कंगना को मानहानि का नोटिस भेजा है और 7 दिन माफी मांगने की अपील की है.
MP Kangna Ranaut In Trouble: किसान आंदोलन के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौत की मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही है. बीजेपी ने पहले ही कंगना के बयान से किनार कर लिया, अब ग्वालियर के किसानों ने किसान आंदोलन को लेकर की गईं लेकर कंगना की टिप्पणियों को लेकर उन्हें मानहानि का नोटिस भेजा है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर सांसद चुनी गई एक्ट्रेस कंगना ने एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन के खिलाफ बयान दिया था. आहत ग्वालियर के किसान नेताओं ने कंगना को मानहानि का नोटिस भेजा है और 7 दिन माफी मांगने की अपील की है.
कानूनी कार्यवाही की चेतावनी, माफी मांगने के लिए दिया 7 दिन का वक्त
ग्वालियर के किसान नेताओं द्वारा सांसद कंगना रनौत को किसान आंदोलन के खिलाफ दिए बयान को लेकर भेजे मानहानि के नोटिस में कहा है कि अगर सात दिन में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी. नोटिस में कहा गया है कि किसान आंदोल देश की धरोहर है, जिसमें 750 किसानों ने शहादत दी.
380 दिनों तक चले किसान आंदोलन ने केंद्र सरकार को झुका दिया
एक्ट्रेस कंगना को मानहानि को नोटिस भेजने वाले वकील विश्वजीत रतौनिया का कहना है कि 380 दिनों तक चलने वाले किसान आंदोलन में लगभग 750 किसानों ने अपनी शहादत दी है, जिससे देश की सरकार को झुकना पड़ा और किसान काूनन के तीन बिलों को वापस लेना पड़ा, लेकिन दुर्भाग्य का विषय है उसे मलिन किया जा रहा है.
नोटिस में कंगना से बयान के लिए माफी मांगने के लिए 7 दिन का वक्त दिया गया है. वकील रतौनिया ने कहा कि कंगना रनौत बीजेपी सांसद है. उन्होंने मीडिया को दिए बयान में किसानों को बलात्कार करने वाला, लाशों को फांसी पर लटकाने वाला और विदेशी एजेंट तक बता दिया है.
किसानों को बलात्कारी और विदेशी एजेेंट बताना सरासर मानहानि है
नोटिस में कंगना से बयान के लिए माफी मांगने के लिए 7 दिन का वक्त दिया गया है. वकील रतौनिया ने कहा कि कंगना रनौत बीजेपी सांसद है. उन्होंने मीडिया को दिए बयान में किसानों को बलात्कार करने वाला, लाशों को फांसी पर लटकाने वाला और विदेशी एजेंट तक बता दिया है, किसानों व किसान संगठनों ने इसको लेकर रोष, जो साफ-साफ मानहानि है.